खंडवा। जिला विपणन संघ द्वारा इंदौर उज्जैन देवास शाजापुर और धार जिलों का 37 हजार मीट्रिक टन गेहूं का भंडारण किया जा रहा है. वहीं इसमें से 13 हजार मीट्रिक टन गेहूं का भंडारण ओपन कैप में किया जा रहा हैं. वहीं बारिश का सीजन होने के चलते गेहूं के स्टॉक में नमी आने की अधिक संभावना हैं.
सरकार ने किसानों से गेहूं की बंपर खरीदी की है
इस साल प्रदेश में गेहूं का रिकॉर्ड उत्पादन हुआ है. वहीं अब भंडारण के लिए पर्याप्त क्षमता नहीं होने के चलते समर्थन मूल्य पर खरीदा गया गेहूं बारिश होने के चलते खराब होने की आशंका है. दरअसल खंडवा जिले में प्रदेश के 5 जिलों का गेहूं भंडारण किया जा रहा है. इंदौर, उज्जैन, देवास शाजापुर और धार जिले का लगभग 37 हजार मीट्रिक टन गेहूं का भंडारण के लिए जिले के वेयर हाउस और ओपन कैप में किया जा रहा है. 24 हजार मीट्रिक टन गेहूं जिले के वेयर हाउस में भंडारण किया जा रहा है. वहीं लगभग 13 हजार मीट्रिक टन गेहूं खंडवा और खालवा के ओपन कैप में भंडारित किया जा रहा हैं.
गेहूं खराब होने की आशंका
वहीं जानकारी के मुताबिक उज्जैन और देवास से आया गेहूं गीला है. जिला विपणन अधिकारी अमित तिवारी का कहना है कि जिले में इस साल गेहूं के उपार्जन बड़े पैमाने पर हुआ है और जिले के गेहूं को पर्याप्त रूप से गोदामों में रखा गया है. वहीं भंडारण क्षमता की कमी से 5 जिलों का गेहूं खंडवा में भंडारित होने के लिए आ रहा है. जिले में 80 हजार मीट्रिक टन गेहूं का भंडारण होना है. फिलहाल 37 हजार मीट्रिक टन गेहूं को भंडारण किया जा चुका हैं. इसमें 24 हजार मीट्रिक टन गेहूं वेयरहाउस में जबकि 13 हजार मीट्रिक टन ओपन कैप में रखा जा रहा हैं.
वहीं उन्होंने कहा कि कुछ जिलों से गीले गेहूं आने की शिकायत मिली है. इसलिए उन्हें अलग से रखने की व्यवस्था है और ऐसे गेहूं को वापस भेज दिया जाएगा, लेकिन हकीकत इसके उलट है. ओपन कैंप में गीला और सूखा गेहूं एक साथ रखा जा रहा है. जिससे अच्छा गेहूं भी खराब हो सकता है.