खंडवा। बीते एक महीने से कोविड-19 संक्रमण से लोगों को बचाने में लगे प्रशासन के पास सरकारी अस्पतालों का डाटा तो मौजूद था, लेकिन प्राइवेट डॉक्टरों के पास इलाज के लिए पहुंच रहे मरीजों का डाटा इकट्ठा नहीं हो रहा था. इससे शहर और गांव के बहुत से मरीज छूटने की आशंका बन रही थी. इस पूरी जानकारी को एकत्रित करने के लिए पंधाना तहसील कार्यालय में पंधाना नगर और आसपास ग्रामीण क्षेत्रों के डॉक्टरों की एक बैठक आयोजित की गई.
![Private hospital and doctors will have to provide data of patients in the Pandhana SDM office of khandwa](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/mp-khandwa-pandhana-doctoremeeting-manishgangrade-09062020_09062020215103_0906f_1591719663_950.jpg)
आयोजित बैठक में कलेक्टर अनय द्विवेदी ने इस नवाचार के जरिए प्राइवेट डॉक्टर्स के पास आने वाले सभी मरीजों की जानकारी एकत्रित करने के निर्देश दिए हैं. इससे इंन्फ्लुएंजा और रैस्पिरेटरी सिंड्रोम से पीड़ित सभी मरीजों की पहचान आसान हो जाएगी. वहीं मरीजों का डाटा रखने की पहल जिले में पहली बार हो रही है.
पंधाना एसडीएम कार्यालय के पास बाहरी मरीज, प्राइवेट डॉक्टरों के पास आने वाले मरीज और सरकारी अस्पताल में आ रहे मरीजों का पूरा डाटा मौजूद रहेगा. डॉक्टरों को रजिस्टर में पूरे दिन में आए मरीजों का ब्यौरा दर्ज करना होगा, मरीज को क्या तकलीफ है, कितने दिनों से है, मरीज का मोबाइल नंबर और अन्य जानकारी रजिस्टर में दर्ज करना होगी.
पंधाना एसडीएम राहुल गुप्ता ने बताया कि हमारे पास सरकारी अस्पतालों का डाटा आ रहा था, लेकिन स्वास्थ्य से संबंधित प्राइवेट डॉक्टरों के पास पहुंच रहे मरीजों का डाटा नहीं मिल पा रहा था. इसके लिए हमने कलेक्टर के निर्देशानुसार सभी प्राइवेट डॉक्टर्स से डाटा लेने का प्लान तैयार किया है. इससे हमारे पास सरकारी और निजी स्वास्थ्य सेवाएं दे रहे सभी संस्थानों का पूरा डाटा बेस तैयार हो जाएगा.