खंडवा। खंडवा पहुंचे पीएम मोदी ने सीएम कमलनाथ पर जोरदार हमला बोला, उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सिख दंगों के आरोपी को मध्यप्रदेश का सीएम बना दिया. पीएम मोदी ने कमलनाथ के पंजाब का प्रभारी बनाए जाने पर हुए विरोध का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस में ही इस बात को लेकर असंतोष उभरा जिसके बाद कमलनाथ को पंजाब के प्रभारी के पद से कांग्रेस को हटाना पड़ा था.
पीएम ने कहा कि एक तरफ में अपने पांच वर्ष के कार्यकाल के साथ के आपके समक्ष हूं, तो दूसरी तरफ महामिलावटी छूट-प्रपंच के आधार पर चुनाव लड़ रहे हैं मैरें साथ मेरें काम है और उनके साथ उनके कारनामें है. पीएम ने कहा कि आपका प्यार इतना हम आपको रोक भी नहीं सकते हैं. पीएम ने कहा कि आपने तीसरे चरण के मतदान के बाद आपने विपक्षियों का चेहरा देखा है. तीसरे चरण के बाद ही उन्हें पता चल गया है कि क्या होने वाला है.
पीएम ने कहा कि कांग्रेस ने कहा था कि दस दिन में अगर किसानों का कर्ज माफ नहीं किया तो हम सीएम बदल देगे. लेकिन किसी कर्ज माफ नहीं हुआ ये कांग्रेस की वादाखिलाफी की जीती जागती मिसाल हैं. मोदी ने कहा कि कांग्रेस हर वर्ग को ठगने का काम कर रही है. हम हर किसान सालना पैसे देने की योजना चला रहे हैं, लेकिन एमपी की कांग्रेस सरकार ने किसानों की लिस्ट तक नहीं भेजी है. उन्होंने कहा कि जब तक मोदी है, तब तक आपके अधिकार आपसे कोई नहीं छीन सकता है. पिछले पांच वर्षों में हमने जीजान से देश और आदिवासी वर्ग के लोगों के लिए हमने काम किया है. पीएम ने कहा कि हम अपनी धरोहरों के सहेजने का काम रहे हैं. खंडवा की भी सभी ऐतहासिक धरोंहरों को सहेजा जाएगा. जबकि मुद्रा योजना से हम देश के सभी युवा वर्ग के लोगों को लाभ पहुंचाया जाएगा.
पीएम ने कहा कि हमारा देश गलती माफ करता है, लेकिन छूट माफ नहीं करता. कांग्रेस इसी तर्ज पर पिछले 70 साल से राजनीति कर रही है. उन्होंने कहा कि चुनाव के बाद कांग्रेस को किसी से कुछ लेना देना ही नहीं रहता. हमने गांव-गांव तक सड़क पहुंचाने का काम किया, रेलवे का जाल फैलाया, हर गरीब को अपना घर मिले, गांव-गांव घर-घर तक बिजली पहुंचे, हर गरीब बहन के घर तक चूल्हा पहुंचे. हर परिवार को मुफ्त में इलाज मिलें. इसके लिए हमने पूरे पांच साल तक ईमानदारी से काम किया है. यही सबका साथ और सबका विकास है.
1984 में सिंखों के साथ अत्याचार हुआ कत्लेआम हुआ लेकिन ये कहते है 'जो हुआ सो हुआ'. 84 के दंगों में जो जनता के गुनहगार है. उन्हें आज आपका मुख्यमंत्री बना दिया. भोपाल में हजारों लोगों को जहरीले गेस के हवाले कर दिया गया, लेकिन इस कांड के आरोपी को भगा दिया गया है. यहीं कांग्रेस का चरित्र है. लोग मरे तो मरे लेकिन इनकों इससे कोई लेना देना ही नहीं है.
देश के मशहूर गायक किशोर कुमार तो इसी धरती के सपूत थे. लोग उनके नाम का जिक्र बड़े गर्व से करते थे. लेकिन वे आपातकाल के दौरान जब उन्होंने कांग्रेस की बात नहीं मानी. तो कांग्रेस रेडियों पर उनके गानों पर रोक लगा दी थी. यहीं कांग्रेस का चरित्र है. इनके काम करने का यही तरीका है.