खंडवा। मणिपुर-इंफाल में हो रही हिसां के बीच एमपी के 32 लोग फंसे हुए हैं. इन 32 लोगों में से ज्यादातर छात्र हैं जिनमें खंडवा के 3 छात्र भी शामिल हैं. फंसे हुए लोगों के परिवार वाले परेशान है. खंडवा में छात्रों के परिवार के लोगाें ने मुख्यमंत्री से विद्यार्थियों को सुरक्षित उन तक पहुंचाने की गुहार लगाई है. पंधाना विधायक ने छात्रों को सुरक्षित लाने के लिए मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है साथ ही उनसे चर्चा की है. वहीं सीएम शिवराज सिंह चौहान ने सभी को सुरक्षित निकालने के लिए मणिपुर के सीएम एन बीरेन सिंह से फोन पर बात की है.
सीएम को पत्र: मणिपुर इंफाल में हिंसा के बीच फंसे छात्र शशिभान तिवारी, हर्ष राव, शिवम राय है. यह तीनों ही खंडवा के रहने वाले हैं. उनकी सुरक्षा को लेकर परिवार के लोग चिंतित है. इंफाल मणिपुर में प्रदेश के विद्यार्थियों के साथ ही खंडवा के 3 विद्यार्थियों को लाने के प्रयास शुरू हो चुके हैं. विधायक राम दांगोरे ने बताया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्य प्रदेश के और खंडवा के इन विद्यार्थियों को सुरक्षित लाने के लिए मणिपुर के मुख्यमंत्री से चर्चा कर ली है. इन विद्यार्थियों में खंडवा के तीन विद्यार्थी हैं. उन्हे वापास लाने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र मुख्यमंत्री कार्यालय मेल कर दिया है और लगातार चर्चा की जा रही है.
एयरलिफ्ट करने की योजना? : सीएम चौहान ने छात्रों की भलाई और सुरक्षा के संबंध में अपने मणिपुर समकक्ष एन बीरेन सिंह से बात की है. चौहान के करीबी एक अधिकारी ने पीटीआई-भाषा को बताया कि वे सुरक्षित हैं. यह पूछे जाने पर कि क्या मप्र सरकार मणिपुर से 32 लोगों को एयरलिफ्ट करके वापस लाने की योजना बना रही है, अधिकारी ने पूछा, क्या मणिपुर युद्धग्रस्त सीरिया या यूक्रेन जैसा है? यह हमारे देश का हिस्सा है.
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इंफाल मणिपुर हिंसा: गौरतलब है कि मणिपुर में दो समुदायों (कुकी और मैतेई) के बीच संघर्ष एक के बाद बढ़ गया. अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा देने की मैतेई समुदायों की मांग के विरोध में मणिपुर के 10 पहाड़ी जिलों में जनजातीय एकजुटता मार्च' का आयोजन किया गया. पुलिस के अनुसार, तोरबंग में मार्च के दौरान हथियारबंद लोगों की भीड़ ने कथित तौर पर मेइती समुदाय के सदस्यों पर हमला किया. जवाबी हमले किए, जिससे पूरे राज्य में हिंसा फैल गई. अब शहरों से दूसरे छात्रों को निकाला जा रहा है.
Input-PTI