खंडवा। वनमंत्री के क्षेत्र में सरमेश्वर के जंगल में वन विभाग की टीम ने बड़ी कार्रवाई की है. जंगल में अवैध अतिक्रमण करने घुस रहे बड़वानी जिले के 90 लोगों को पकड़ा है.उनके कब्जे से भारी मात्रा में कुल्हाड़ी, तीर कमान, फालया, गोफन, मोबाइल, राशन सामग्री, नकद पौने दो लाख रुपए और दो वाहन जब्त किए हैं.साथ ही पूर्व के मामले में शामिल दो आरोपियों को भी हिरासत में लिया गया है. पकड़े गए सभी 90 लोग बड़वानी जिले के निवाली थाना क्षेत्र ग्राम काजलमाता, सुरतीपुर, चिखल्या के निवासी हैं. यह कार्रवाई वन विभाग ने शुक्रवार और शनिवार की दरम्यानी रात में की.
मुखबिर की सूचना पर हुई कार्रवाई
जानकारी के अनुसार वन विभाग को शुक्रवार रात मुखबिर से सूचना मिली, कि बड़वानी जिले से बड़ी संख्या में अतिक्रमणधारी वन परिक्षेत्र खालवा के सरमेश्वर के जंगल में अतिक्रमण करने के लिए घुसने की फिराक में है. सूचना मिलते ही खालवा सहित गुड़ी, खंडवा से विभाग का बल बुलाया गया। उड़न दस्ते लगातार क्षेत्र में मुस्तैद थे.इसी दौरान भगियापुर से सरमेश्वर जंगल की ओर जा रहे वाहन (एमपी 46 बीए 5035) को संदेह के आधार पर रोका और तलाशी ली, तो उसमें जंगल कटाई में शामिल रह चुका आरोपी रमेश पिता सुरसिंह बारेला और फेंदा पिता गुंदराम दोनों निवासी ग्राम काजलमाता सहित 16 लोग बैठे मिले.वहीं गाड़ी से हथियार बरामद किए गए.
पूछताछ में सच्चाई आई सामने
पूछताछ में उन्होंने बताया कि पीछे एक लोडिंग वाहन (एमपी 46 जी 0560) आ रहा है. इसमें 74 लोग सवार हैं. खबर मिलते ही टीम ने खंडवा-सिंगोट के बीच घेराबंदी कर वाहन को पकड़ लिया. दोनों वाहनों को खालवा वन परीक्षेत्र कार्यालय ले जाया गया.
70 कुल्हाड़ी और 124 तीर जब्त
जंगल में अतिक्रमण करने की नीयत से पहुंचे लोग पूरी तैयारी से आए थे. जरूरत पड़ने पर वन अमले पर हमला भी कर सकते थे. कार्रवाई के दौरान वन विभाग ने पकड़ाए 91 लोगों के पास से 70 कुल्हाड़ी, 25 धनुष, 124 तीर, 10 गोफन, 4 दराती, राशन सामग्री, 27 मोबाइल, करीब पौने दो लाख रुपए नकद, दो वाहन सहित अन्य सामग्री जब्त की है.
बीट प्रभारी को धमकाया
विभागीय कर्मचारियों ने बताया 1 अक्टूबर की रात गश्त के दौरान कुछ लोग सरमेश्वर बीट प्रभारी शांतिलाल चौहान से मिले.उन्होंने बीट प्रभारी चौहान को धमकी देते हुए कहा जंगल में मत आना.यदि आए तो मार डालेंगे.अब जंगल हमारा है.इस समय से विभाग ने क्षेत्र में मुखबिर तंत्र सक्रिय किया था.विभाग की मानें तो मुख्य आरोपी रमेश और फेंदा पहले भी क्षेत्र में जंगल में अवैध अतिक्रमण व कटाई की गतिविधियों को अंजाम दे चुके हैं, 7 सितंबर को तालियाधड़ कक्ष क्रमांक 777 और सरमेश्वर के 763 में हुई कटाई और वन कर्मी के साथ मारपीट करने के मामले में भी ये आरोपी शामिल थे.