खंडवा। कांग्रेस ने लोकसभा उपचुनाव (Lok Sabha by-election) के मैदान में अपना प्रत्याशी उतार दिया है. जातिगत समीकरण को देखते हुए कमलनाथ के गुट ठाकुर राजनारायण सिंह पुरनी (Thakur Rajnarayan Singh Purani) को प्रत्याशी बनाया है. कांग्रेस ने ठाकुर और गुर्जर में अपनी अच्छी पकड़ रखने वाले राजनारायण सिंह पर यह दाव खेला है. अब तक कांग्रेस पार्टी पिछड़ा वर्ग के मतदाताओं को देखते हुए पुर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव को टिकिट देती आ रही थी, लेकिन लगातार दो बार की हार और सर्वे कराने के बाद राजनारायण सिंह को प्रबल दावेदार के रूप में देखते हुए भाजपा को चित करने के लिए यह बाजी लगाई है.
सर्वे में सबसे आगे थे राजनारायण सिंह
कांग्रेस प्रत्याशी राजनारायण सिंह अब पार्टी की मंशा पर खरे उतरते हुए कांग्रेस के सिनियर पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं को साधने में लग गए हैं. लाेकसभा उपचुनाव में राजनारायण सिंह का नाम अरुण यादव के चुनाव लड़ने से पीछे हटने के बाद सामने आया था. हालांकि राजनारायण सिंह के साथ ही कांग्रेस की ओर से बुरहानपुर के निर्दलिय विधायक सुरेंद्र सिंह ठाकुर उर्फ शेरा भैया, रवि जोशी और बड़वाह विधायक सचिन बिराल के नाम पर भी चर्चा हुई थी.
लेकिन जब पार्टी ने सर्वे कराया तो राजनारायण सिंह एक प्रबल दावेदार के रुप में सामने आए. इससे पहले हर बार पार्टी अरुण यादव को ही टिकिट देती आ रही है, लेकिन इस बार करीब 12 साल बाद कांग्रेस ने अपना चेहरा बदल दिया. राजनारायण सिंह को मैदान में उतारा है.
पुरनी वाले दादा के नाम से फेमस
ठाकुर राजनारायण सिंह का ग्रामीण क्षेत्रों से अधिक जुड़ाव है. मांधाता क्षेत्र में जहां वे तीन बार विधायक रहे. लोग उन्हें पुरनी वाले दादा के नाम भी पुकारते है. उनकी खासबात यह है कि ग्रामीणों की हक की आवाज उठाने में हमेशा आगे रहे. फिर चाहे वह थर्मल पावर में काम करने वाले स्थानीय और बाहरी मजदुर ही क्यों न हो. उनके लिए वे धरने पर बैठे रहे. मांग मंगवाकर ही उठे. इसके साथ ही श्री सिंगाजी महाराज और दादाजी महाराज में गहरी आस्था है.
ठाकुर राजनारायण सिंह पुरनी
उम्र - 69 वर्ष
शिक्षा - 10वीं, माध्यमिक शाला मूंदी
पेशा - किसान
पद - कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सक्रिय कार्यकर्ता
राजनैतिक सफर - तीन बार मांधाता से विधायक, दो बार हारे
राजैनितक कनेक्टशन - पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और कमलनाथ के गुट से