कटनी। देवी-देवताओं के चित्र का दुरुपयोग और अनादर से आहत होकर समाजसेवी 29 अक्टूबर यानी गुरुवार को एसडीएम कार्यालय पहुंचे और ज्ञापन सौंपकर प्रदर्शन किया.
पटाखों की बिक्री पर लगे प्रतिबंध
प्रदर्शन कर रहे समाजसेवी मनीष दुबे ने बताया कि दीपावली पर्व से पहले देवी-देवताओं के चित्र का दुरुपयोग और अनादर से आहत होकर समाजसेवियों ने खुलकर इसका विरोध किया है. राज्य और केंद्र सरकार से मांग की गई है कि इसे रोकने की दिशा में तत्काल कड़े कदम उठाए जाएं. उनका यह भी कहना है कि इन सामानों के उपयोग के बाद लोग अगरबत्ती, मसालों से लेकर अन्य प्रकार के खाली रैपर, प्लास्टिक को खुले में फेंक देते हैं, जिसे तत्काल रोका जाए. उन्होंने स्थानीय व्यापारियों से देवी-देवताओं की तस्वीर वाले पटाखों की बिक्री नहीं करने सहित निर्माण पर पूर्ण तरीके से प्रतिबंध लगाने का निवेदन किया. साथ ही चोतावनी भी दी है कि अगर मांगों को नहीं माना जाता है, तो सड़कों पर उतरकर उग्र आंदोलन किया जायेगा.
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दीपावली त्योहार में माता लक्ष्मी और गणेश की पूजा-अर्चना कर सुख-समृद्धि की प्रार्थना की जाती है, लेकिन पटाखों में देवी-देवताओं की तस्वीर की वजह से राहगीरों के पैरों में आ जाती हैं और हिंदू देवी-देवताओं का अपमान होने पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचती है. इस तरह के प्रिंट पैक वाले आइटम्स की बिक्री पर तत्काल प्रभाव में रोक लगनी चाहिए. इसके साथ ही देवी-देवताओं के चित्र वाले सामान और अगरबत्ती पर शासन-प्रशासन द्वारा कोई ठोस कदम उठाया जाएं.