कटनी । स्कूल प्रबंधकों ने एक अप्रैल से शुरू हुए नए शैक्षणिक सत्र 2019-20 में फीस में काफी बढ़ोतरी कर दी है. अभिभावक का आरोप है कि प्रकाशकों से मोटा कमीशन खाने के चक्कर में स्कूल के द्वारा बताई गए दुकानों से ही किताबें खरीदने के लिए मजबुर किया जा रहा है, जो कि एनसीईआरटी की जगह प्राइवेट पब्लिशर्स की किताबें होती हैं.
स्कूलों में किताब-कॉपी, युनिफॉर्म की दुकान खोलना या किसी खास दुकान से किताबें खरीदने को कहना हुडा, सीबीएसई, शिक्षा विभाग के नियमों का उल्लंघन है. इसके बावजूद उन्हें नर्सरी, केजी. क्लास के बच्चों को चार से पांच हजार रूपए का किताब-कॉपी का सैट जबरदस्ती दिया जा रहा है. प्रकाशकों की मानमानी की भी बात सामने आई है जिसमें किताबों पर डिस्काउंट होने के बावजूद भी प्रिंट रेट पर किताबें दी जा रही है.
अभिभावकों ने जिला शिक्षा अधिकारी और जिला कलेक्टर से मांग की है कि वे सभी स्कूल प्रबंधन से सभी नियमों का पालन करवाएं. जो स्कूल प्रबंधक मनमानी कर रहे हैं. उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की मांग की है. बीआरसी ने का कहना है कि वे लगातार स्कूलों में जांच करते हैं और कार्रवाई भी की जाती है.