कटनी। नगर पालिक निगम में चल रही परिषद की बैठक में पक्ष-विपक्ष के पार्षदों ने एक दूसरे के खिलाफ नारेबाजी की. शहर के विकास के मुद्दे पर बुलाई गई बैठक में पक्ष-विपक्ष के पार्षद एक दूसरे की टांग खींचते नजर आये.
बैठक में कांग्रेस के पार्षद मौसूफ अहमद ने नगर निगम के नक्शा विभाग में पदस्थ सहायक यंत्री एचके त्रिपाठी के ऊपर नक्शा ठीक करने के नाम पर अवैध वसूली करने का आरोप लगाते हुए निलंबन की मांग की, जो बहस का मुद्दा बन गया. कुछ देर बाद दोनों पक्ष इस मुद्दे पर सहमत हुए. निगम अध्यक्ष ने कमिश्नर को पूरे मामले की जांच करने का आदेश दिया है और जांच रिपोर्ट आने तक एचके त्रिपाठी के काम करने पर भी पाबंदी लगा दी है.
कांग्रेस पार्षद राजेश जाटव ने शनिवार को कांग्रेसियों द्वारा नगर निगम का घेराव व महापौर के चेम्बर में धरना प्रदर्शन करने का मुद्दा उठाया. जाटव ने बताया कि प्रदर्शन के बाद महापौर ने अपने चेम्बर का शुद्धिकरण व सदबुद्धि यज्ञ कराया था क्योंकि प्रदर्शनकारी दलित समुदाय से थे, इस पर उन्होंने महापौर से माफी मांगने की बात कही. इतना सुनते ही बीजेपी के पाषर्द भड़क गए और नगर निगम में हंगामा शुरू हो गया. इसी बीच कांग्रेस पार्षद अध्यक्ष के मंच तक पहुंच गए, जिसे देख बीजेपी पार्षदों ने कांग्रेस के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी. दोनों तरफ से आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला शुरु हो गया. अंततः अध्यक्ष को परिषद की बैठक स्थगित करना पड़ी.