कटनी। मानवता को शर्मसार कर देने वाला मामला जिले से सामने आया है, जहां एक गर्भवती की ठीक ढंगे से इलाज न मिलने की वजह से मौत हो गई. गर्भवती महिला के परिजन उसे इलाज के लिए कटनी लेकर आए थे, यहां रूपा लालवानी प्राइवेट हॉस्पिटल में पीड़िता लक्ष्मी विश्वकर्मा को सुबह 9 बजे भर्ती कराया गया था. इस दौरान डॉक्टर्स ने इलाज के नाम पर 30 से 35 हजार का जांच और दवाइयों के तहत बिल बना दिया, इसके बाद डॉक्टरों को जैसे ही पैसे मिला, उन्होंने तुरंत गर्भवती की हालत गंभीर बताकर उसे दूसरे अस्पताल में रेफर कर दिया. गौर करने वाली बात यह है कि महिला जब दूसरे अस्पताल पहुंची तो वहां नर्स ने महिला को देखते ही कहा कि उसकी मौत कई घंटो पहले हो चुकी थी. परिजनों को बताने के बजाए डॉक्टर्स मृत महिला के इलाज का नाम पर पैसा ले रहे थे. जिसके बाद अब आज गुस्साए परिजन महिला के शव को लेकर प्राइवेट अस्पताल के सामने पहुंचे हैं और सड़क में रखकर प्रदर्शन करने लगे.
मरीज की मौत के बाद भी इलाज जारी: पीड़ित परिजन उमरिया जिले के चंदिया के रहने वाले हैं. पीड़िता लक्ष्मी विश्वकर्मा के पति ने बताया कि, "मेरी पत्नी गर्भवती थी. उसे अचानक ब्लीडिंग होने लगी थी. जिसकी वजह से उसे पहले सरकारी अस्पताल लेकर आए, लेकिन वहां की व्यवस्था ठीक नहीं होने की वजह से उसे हम कटनी के प्राइवेट अस्पताल रूपा लालवानी लेकर आए. यहां डॉक्टर मेरी पत्नी को अंदर लेकर गए और हमें बाहर रोक दिया. कुछ देर बाद उन्होंने हमें दवाईओं और चेकअप की लिस्ट थमाई. जैसे ही हमने पैसे जमे किए, तो डॉक्टरों ने महिला को दूसरे अस्पताल ले जाने के लिए कह दिया. उन्होंने कहा कि, हालत गंभीर होने की वजह से उसे दूसरे अस्पताल रेफर किया जा रहा है."
मामले की जांच में जुटी पुलिस: इसके बाद परिजन गर्भवती महिला को दूसरे प्राइवेट अस्पताल लेकर पहुंचे. यहां ड्यूटी पर तैनात नर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया. उन्होंने कहा कि, महिला बहुत पहले ही मर चुकी है. इसके बाद मृतक के परिजन वापस रूपा लालवानी हॉस्पिटल पहुंचे और एंबुलेंस में शव रख हंगामा करना शुरू कर दिया. उन्होंने इसकी जानकारी पुलिस को भी दी. घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है. मृतक महिला के पति प्रदीप विश्वकर्मा ने बताया कि, रूपा लालवानी हॉस्पिटल में अब तक मुर्दों का इलाज कर रहे थे. कोतवाली प्रभारी अजय सिंह ने परिजनों के कथन अनुसार मर्म कायम कर जांच की बात कही है. मृतिका लक्ष्मी विश्वकर्मा के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. रिपोर्ट आने बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
एमपी की डॉक्टरों का लापरवाही का मामला, |
प्राइवेट हॉस्पिटल का बयान: इस पूरे मामले में रूपा लालवानी प्राइवेट हॉस्पिटल के डॉ. विशंभर लालवानी अपना पल्ला झाड़ते हुए कह रहे हैं कि "महिला की हालत बहुत गंभीर थी. उसका इलाज चल रहा था लेकिन ज्यादा सीरियस होने के चलते उसे यहां से रेफर किया गया था, परिजनों का आरोप निराधार है. हमारे हॉस्पिटल से महिला को जीवित अवस्था में रिफर किया गया था."