कटनी। मध्यप्रदेश में अवैध कारोबारियों के हौसले एक बार फिर बुलंदियों में पहुंच गए हैं. कटनी जिले में खनन माफिया प्रशासनिक अधिकारियों से सांठगांठ कर धड़ल्ले से रेत का अवैध उत्खनन कर रहे हैं. कटनी जिले में अवैध रेत उत्खनन और परिवहन इन दिनों जोरों पर है.
दरअसल, कटनी जिले की सीमा पर दो महत्वपूर्ण छोटी महानदी और उमडार नदी हैं. बारिश के दिनों में भी रेत माफिया इन दोनों खूबसूरत नदियों का सीना छलनी करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं. विष्टा कंपनी जेसीबी और पोकलेन मशीन पानी में उतारकर रेत निकालने का काम कर रही है, जिससे नदी का अस्तित्व खतरे में पड़ने के साथ साथ जन जीवन के लिए भी हानिकारक साबित हो सकती है.
चर्चित विष्टा कंपनी का काम इन दिनों बड़वारा तहसील क्षेत्र में जोरों पर है, हाल ही में बड़वारा के लोहरवारा गांव में अवैध रेत उत्खनन व परिवहन का ग्रामीणों ने विरोध जताते हुए रेत से भरे ट्रकों को रोक लिया था. कंपनी के द्वारा रेत का खनन मजदूरों से न करके मशीन से कराया जा रहा है, जिससे नदी में गहराई बढ़ती जा रही है साथ ही मजदूरों का रोजगार छीना जा रहा है.
आपको बता दें चार माह पूर्व कुम्हारवारा खदान में रेत खनन की वजह से नाबालिक बेकसूर दो सगी बहन की जान चली गई थी, हालांकि उस पूरे मामले पर प्रशासन ने पर्दा डाल दिया था. हैरानी की बात यह कि जब पूरे जिले में एनजीटी लगी हुई है, इसके बावजूद बड़वारा क्षेत्र में कई खदानों में रेत का उत्खनन बेखौफ किया जा रहा है.
जब इस पूरे मामले में जिला खनिज अधिकारी से बात की गई तो उनका साफ कहना है कि जिले में बरसात के कारण सभी रेत खदानें पूर्ण रूप से बंद हैं, जबकि तस्वीर साफ बयान कर रही है कि बड़वारा तहसील क्षेत्र के लोहरवारा खदान में मशीन लगाकर रेत का उत्खनन किया जा रहा है. साथ ही बिना पास के रोजाना रेत से भरे सैकड़ों ओवरलोड वाहन रोजाना कम क्षमता वाली सड़कों में दौड़ते हैं.
खास बात ये है कि रेत का अवैध परिवहन कर रहे ये वाहन आये दिन तहसील कार्यालय और थाना तिराहा से गुजरते हैं, लेकिन इन पर जिम्मेदार कार्रवाई करने की जहमत नहीं उठाते.