भोपाल/कटनी/विदिशा। यूक्रेन में फंसे छात्रों को बाहर निकालने के लिए भारत सरकार प्रतिबद्ध है. लगातार वहां फंसे छात्रों को इंडिया लाया जा रहा है. इसी कड़ी में बुधवार को कटनी की रहने वाली सुनिधि की वतन वापसी हुई है. वहीं चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि सभी छात्रों को वापस लाने के लिए केंद्र सरकार पूरे प्रयास कर रही है. (vishwas sarang statement on ukraine)
सुनिधि ने केंद्र सरकार पर जताया भरोसा
सुनिधि आज सुबह दिल्ली से डुमना एयरपोर्ट पहुंची. यहां नेता और उनके परिजनों ने पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया. सुनिधि ने बताया कि यूक्रेन के हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं. उसके कई साथी और भारतीय छात्र अभी भी फंसे हैं. हालांकि सुनिधि ने केंद्र सरकार पर भरोसा जताते हुए कहा कि जल्द ही सभी छात्र सा कुशल भारत वापस आ जाएंगे. (katni daughter came india from ukraine)
क्या बोले चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ?
वहीं चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को लाने के प्रयास लगातार जारी हैं. देश से कई केंद्रीय मंत्री यूक्रेन और उसके आसपास के देशों में पहुंचे हैं. केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ ही तमाम मंत्री छात्रों से संवाद करने के लिए उनके बीच पहुंच गए हैं. चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार से सामंजस्य बिठाकर छात्रों को तमाम सुविधाएं प्रदेश सरकार मुहैया करा रही है. ऐसे में आगे भी जो जरूरत होगी, उसके लिए सरकार तत्पर है. (indian student stuck in ukraine)
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यूक्रेन में फंसी बेटी को लेकर क्या बोलीं वैशाली ?
यूक्रेन में एक भारतीय छात्र की मौत के बाद यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्र बहुत डरे हुए हैं. जल्द से जल्द यूक्रेन से निकलकर किसी अन्य देश की सीमा तक पहुंचने की हर संभव कोशिश कर रहे हैं. यह कहना है विदिशा के सरकारी अस्पताल के ब्लड बैंक में लैब टेक्नीशियन वैशाली विल्सन का. उनकी बेटी सृष्टि विल्सन वहां फंस गई है. कीव में मंगलवार को बहुत ज्यादा खराब हालात थे. कल ही सृष्टि ने अन्य भारतीय छात्रों के साथ कीव छोड़ दिया था. लीविव तक आ गये हैं. लिबिब में हालात तो ठीक हैं, लेकिन किसी अन्य देश की सीमा तक जाने कोई साधन या सहायता नहीं मिल रही है. (vidisha daughter in ukraine)