ETV Bharat / state

कटनी : सावन सोमवार पर शिवालयों में भक्तों की भीड़, सुनाई दी हर-हर महादेव की गूंज - Crowd of devotees in Katni's Shiva temple

सावन सोमवार के पहले दिन ही कटनी जिले के सभी शिवालयों में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ देखने को मिली, शहर के अलग-अलग शिव मंदिरों में भक्तों ने शिव की पूजा की.

Katni
Katni
author img

By

Published : Jul 6, 2020, 6:23 PM IST

Updated : Jul 6, 2020, 6:29 PM IST

कटनी। सावन महीने के पहले सोमवार को शहर के शिवालयों में हर-हर महादेव, जय ओम नम: शिवाय की गूंज सुनाई दी. अल सुबह से ही श्रद्धालुओं की मंदिरों में खासी भीड़ रही. वहीं शिव मंदिरों के साथ-साथ अन्य मंदिरों पर भी दिन भक्तों का तांता लगा रहा. साथ ही अंचल के सभी प्रमुख शिवालयों में सुबह से ही श्रद्धालुओं का पहुंचना शुरू हो गया था .

Katni
शिव मंदिर

गौरतलब है कि सावन माह के पहले सोमवार के दिन शिवलिंगों का दूध जल से अभिषेक किया जाता है. ऐसे में शिवलिंगों को पुष्प, बेलपत्र, अंक, धतूरे से सजाकर महा आरती की गई इस. दौरान मंदिरों में घंटी घड़ियाल के बीच भोलेनाथ के उद्घोष से माहौल भक्तिमय बना रहा.

बता दें कि पन्ना रोड स्थित मधुर शिव शंकर मंदिर और मधाई मंदिर में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ रही. वही पंडितों ने कहा कि सावन महीने में भगवान शिव की पूजा के मनवांछित फल प्राप्त होता है. उन्होंने कहा कि इस महीने में भगवान भोले शंकर को दूध, दही, घी, मक्खन गंगाजल आदि चढ़ाना चाहिए. क्योंकि इस माह में भगवान भोलेनाथ की सच्चे मन से आराधना की जाए तो उसे मनोवांछित फल प्राप्त होता है.

मलाई मंदिर के पुजारी ने बताया कि सावन में शिव अभिषेक का विशेष महत्व है. पार्थिव शिवलिंग के पूजन से शिव जी का आशीर्वाद मिलता है. पंडित ने यही बताया कि समुद्र मंथन में निकले विष का पान करने के बाद जलन को शांत करने शिवजी का जलाभिषेक किया गया था यह विधि इसीलिए मनाई जाती है.

कटनी। सावन महीने के पहले सोमवार को शहर के शिवालयों में हर-हर महादेव, जय ओम नम: शिवाय की गूंज सुनाई दी. अल सुबह से ही श्रद्धालुओं की मंदिरों में खासी भीड़ रही. वहीं शिव मंदिरों के साथ-साथ अन्य मंदिरों पर भी दिन भक्तों का तांता लगा रहा. साथ ही अंचल के सभी प्रमुख शिवालयों में सुबह से ही श्रद्धालुओं का पहुंचना शुरू हो गया था .

Katni
शिव मंदिर

गौरतलब है कि सावन माह के पहले सोमवार के दिन शिवलिंगों का दूध जल से अभिषेक किया जाता है. ऐसे में शिवलिंगों को पुष्प, बेलपत्र, अंक, धतूरे से सजाकर महा आरती की गई इस. दौरान मंदिरों में घंटी घड़ियाल के बीच भोलेनाथ के उद्घोष से माहौल भक्तिमय बना रहा.

बता दें कि पन्ना रोड स्थित मधुर शिव शंकर मंदिर और मधाई मंदिर में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ रही. वही पंडितों ने कहा कि सावन महीने में भगवान शिव की पूजा के मनवांछित फल प्राप्त होता है. उन्होंने कहा कि इस महीने में भगवान भोले शंकर को दूध, दही, घी, मक्खन गंगाजल आदि चढ़ाना चाहिए. क्योंकि इस माह में भगवान भोलेनाथ की सच्चे मन से आराधना की जाए तो उसे मनोवांछित फल प्राप्त होता है.

मलाई मंदिर के पुजारी ने बताया कि सावन में शिव अभिषेक का विशेष महत्व है. पार्थिव शिवलिंग के पूजन से शिव जी का आशीर्वाद मिलता है. पंडित ने यही बताया कि समुद्र मंथन में निकले विष का पान करने के बाद जलन को शांत करने शिवजी का जलाभिषेक किया गया था यह विधि इसीलिए मनाई जाती है.

Last Updated : Jul 6, 2020, 6:29 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.