कटनी। शराबबंदी को लेकर एमपी की सियासत गरमाती जा रही है. विपक्ष तो शिवराज सरकार निशाना साध ही रहा है, तो वहीं बीजेपी की सीनियर नेता उमा भारती भी नशा मुक्ति अभियान चलाने का ऐलान कर दिया है. इन्हीं सब के बीच शराबबंदी को लेकर सीएम शिवराज का बयान आया है. जिससे साफ पता चल रहा है कि सरकार नई आबकारी नीति में कोई ऐसे प्रावधान नहीं करेगी, जिससे उसके राजस्व में कटौती हो.
क्या कहा सीएम शिवराज ने ?
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कटनी में कहा कि 'हम मध्यप्रदेश में नशामुक्त प्रदेश बने इसके लिए प्रयास करना चाहते हैं. ये केवल दारूबंदी से नहीं होगा. पीने वाले रहेंगे तो दारू आती रहेगी. कहीं से भी इधर से और उधर से ले आते हैं. इसलिए हम नशामुक्ति अभियान चलाएंगे. ताकि लोग पीना छोड़ें और अपने प्रदेश को हम अच्छा प्रदेश बनाएं.
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8 मार्च से हुंकार भरेंगी उमा
पूर्व सीएम उमा भारती साफ कर चुकीं हैं कि वे 8 मार्च से पूरे प्रदेश में नशाखोरी के खिलाफ अभियान की शुरूआत करेंगी. उमा शुरू से इस मसले में कड़ा रूख अपनाए हुए हैं. बीजेपी नेता समेत कांग्रेस भी उनका समर्थन कर रही है. इन सबके के बीच सीएम शिवराज के इस बयान के बाद कहीं ना कहीं दोनों को आमने-सामने लाकर खड़ा कर दिया है. अब ये तो भविष्य के गर्भ में है कि सीएम शिवराज लोगों की शराब की लत छुड़वा पाएंगे या फिर उमा अपने उद्देश्य में कामयाबी हो पाएंगी.