कटनी। महंगी गाड़ियों में दूल्हे को सवार तो आपने बहुत देखे होंगे लेकिन एक दूल्हा ऐसा भी है जो बैलगाड़ी पर सवार होकर दुल्हन को ब्याहने आया. कटनी जिले के तहसील मुख्यालय बरही से महज तीन किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत करौदीखुर्द में ऐसी तस्वीर देखने को मिली.
फिजूलखर्ची से बचने और अपनी पुरानी परंपरा को जीवित रखने के लिए बैलगाड़ी से बारात निकालने का निर्णय लिया. अपने बेटे की शादी को यादगार बनान के लिए दूल्हे के पिता का ये फैसला ग्रामीणों में चर्चा का विषय बना हुआ है.
करौदीखुर्द निवासी पेशे से इलेक्ट्रिशियन रामकिशोर जायसवाल उर्फ किशोरी के बेटे महेंद्र का विवाह ग्राम बिचपुरा में आरती से तय हुआ. करौदी से बिचपुरा की दूरी महजत तीन किलोमीटर है. 26 फरवरी की रात 7 बचे बारात बिचपुरा के लिए डीजे, बैंडबाजों के बीच पूरे उत्साह व धूमधाम से रवाना हुई.