झाबुआ। जिले के मेघनगर के शासकीय उत्कृष्ट माध्यमिक विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य नारायण सिंह उर्फ दिलीप नायक द्वारा स्कूली छात्रों को सजा के तौर पर मुर्गा बनने का मामला सामने आया है. जिससे स्कूली शिक्षा विभाग में एक नया विवाद खड़ा हो गया है. सरकार ने स्कूलों के छात्रों को किसी भी तरह की सजा देने पर रोक लगाई है, इसके बावजूद प्रभारी प्राचार्य ने सामूहिक रूप से दो दर्जनों से ज्यादा हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी के विद्यार्थियों को मुर्गा बना दिया.
रतलाम में प्राचार्य ने वीर सावरकर के चित्र वाली कॉपियां बांटी थी, जिसका मामला अभी शांत भी नहीं हुआ, उससे पहले एक नया विवाद खड़ा हो गया. इस तरह की सजा छात्रों के मन पर गहरा प्रभाव छोड़ती है, जिसके चलते कई बार छात्र आत्मघाती कदम भी उठा लेते हैं.
विद्यालय के छात्रों ने पहचान सार्वजनिक नहीं करने की शर्त पर बताया कि, प्राचार्य उनके साथ न सिर्फ मारपीट करते हैं, बल्कि अपशब्दों का भी प्रयोग करते हैं. छात्रों ने कहा कि, अनुशासन और डर के चलते वे इसका विरोध नहीं कर पाते. प्रभारी प्राचार्य पर फिलहाल विभागीय स्तर पर कार्रवाई किए जाने की बात कही जा रही है, लेकिन इस मामले में कोई भी अधिकारी कुछ बोलने को तैयार नहीं है.