झाबुआ। जोश और हौसले ले लवरेज ये तस्वीरें भोपाल और इंदौर जैसे हाइटेक जिलों की नहीं है बल्कि आदिवासी जिले झाबुआ की हैं. जहां की लड़कियां छेड़खानी और खुद के खिलाफ होने वाले क्राइम से बचने के लिए सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग ले रही हैं.
जिला मुख्यालय से 25 किलोमीटर दूर नौगंवा हायर सेकेंडरी स्कूल की करीब सवा सौ से अधिक छात्राओं को अंतरराष्ट्रीय संस्था यूनिसेफ की मदद से कराटे की ट्रेनिंग दी जा रही है. कराटे की ट्रेनिंग ले रही छात्राएं खुद पर होने वाले हमले से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है. लड़कियों का कहना है कि कराटे की ट्रेनिंग उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के साथ-साथ आत्मविश्वास भी जगा रही है. वो अब मनचलों को सबक सिखाने के लिए तैयार है.
वसुधा संस्था प्रोग्राम कॉर्डिनेटर का कहना है कि झाबुआ अंचल में लड़कियों के खिलाफ होने वाली घटनाओं पर रोक लगाने के लिए ही इस तरह के प्रोग्राम चलाए जा रहे हैं. क्योंकि जब लड़कियां आत्मनिर्भर हो जाएगी हर वार का जवाब खुद दे पाएंगी. नौगांवा सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल स्कूल की छात्राओं को आत्मरक्षा के गुर सीखते देखकर खुश नजर आते है. उनका कहना है कि उनके स्कूल के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि है. जिस आदिवासी अंचल में कभी महिलाएं बाहर निकलने से भी कतराती थी. अब वहां कराटे का प्रशिक्षण ले रही ये लड़कियां बदलते झाबुआ की तस्वीर पेश कर रही है.