झाबुआ। जिले के गोपालपुरा चर्च में 21 साल पहले 4 ननों के साथ सामूहिक दुष्कर्म और लूट की खबर ने पूरे देश को हिला दिया था. इस मामले में कुल 26 आरोपी थे, जिसमें से दो आरोपी घटना के बाद से ही फरार थे. 21 सालों से फरार आरोपी को गिरफ्तार करने में पुलिस ने सफलता हासिल की है.
23 सितंबर 1998 को झाबुआ के गोपालपुरा चर्च में हुई घटना की आलोचना अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हुई थी, जिसके बाद इस मामले में शामिल आरोपियों की सघन तलाशी ली गई और उन्हें जेल भेजा गया. इस मामले में 13 आरोपियों को न्यायालय ने दोष मुक्त कर दिया, जबकि 9 आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी. वहीं एक आरोपी को 5 साल के सश्रम कारावास की सजा हो चुकी है.
मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर कल्याणपुरा पुलिस ने फरार आरोपी की तलाश शुरु की थी. इसी के चलते थाना प्रभारी ने जिला पंचायत के कर्मचारी बनकर सरकारी योजनाओं की जानकारी जुटाने के बहाने आरोपी कालू की धरपकड़ की.
फिलहाल आरोपी पुलिस की गिरफ्त में है. आरोपी कालू लिमजी को जल्द ही न्यायालय में पेश किया जाएगा. बता दें कि इस मामले में रुनखेड़ा गांव का रहने वाला एक अन्य आरोपी बहादुर वसुनिया अब भी फरार चल रहा है.