झाबुआ। नागरिकता संसोधन कानून के समर्थन में बीजेपी द्वारा निकाली गई रैली के बाद सांसद गुमान सिंह डामोर सहित 61 बीजेपी नेताओं पर मामला दर्ज किया है. इस मामले में करीब 300 अन्य लोगों को भी आरोपी बनाया गया है. गुरुवार को बीजेपी सांसद जीएस डामोर ने इसकी कड़ी निंदा की और कमलनाथ सरकार पर भेदभाव पूर्ण कार्रवाई करने का आरोप भी लगाया है. उन्होंने कहा कि, सीएए के समर्थन में बीजेपी कार्यकर्ता अपना सिर कटाने से भी पीछे नहीं हटेंगे, एफआईआर तो छोटी बात है.
'एमपी में मिनी अपातकाल जैसी स्थिति'
गुमान सिंह डामोर ने कहा कि, मध्यप्रदेश में मिनी आपातकाल जैसी स्थिति निर्मित हो गई है, जहां लोगों के संवैधानिक अधिकारों का हनन किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि, जिले में अनेक धार्मिक आयोजन हुए, जिसमें हजारों लोग सम्मिलित हुए. लेकिन प्रशासन ने कोई एफआईआर दर्ज नहीं की, जबकि सभी मामलों में धारा 144 का उल्लंघन हुआ था.
संसद में गूंजेगा एफआईआर का मामला
गुमान सिंह डामोर ने आरोप लगाया कि, जिला प्रशासन कांतिलाल भूरिया के दबाव में भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित करने के लिए मामले दर्ज कर रहा है. उन्होंने इस मामले को संसद में भी उठाने की बात कही है.
'गरीबों के तोड़े जा रहे आशियाने'
मध्य प्रदेश सरकार के एंटी माफिया अभियान पर गुमान सिंह डामोर ने कहा कि, प्रधानमंत्री आवास में रहने वाले गरीबों को भू-माफिया बताकर उनके आवासों को तोड़ा जा रहा है, जबकि गोपाल कॉलोनी में झाबुआ विधायक कांतिलाल भूरिया के बेटे का वरदान हॉस्पिटल सड़क से सटा हुआ है, उसे प्रशासन नहीं तोड़ पा रहा है.