झाबुआ। रतलाम- झाबुआ लोकसभा सीट पर 19 मई को मतदान होना है. एक तरफ जहां जनप्रतिनिधि ज्यादा से ज्यादा वोट करने की जनता से अपील कर रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ स्थानीय महिलाओं ने सरकारी योजनाओं को ग्राम स्तर तक पहुंचाने और महिलाओं के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं और रोजगार के क्षेत्र में काम करने की मांग की है.
सामाजिक क्षेत्र में काम करने वाली भारतीय सोनी ने जिले के ग्रामीण अंचलों में आदिवासी महिलाओं के स्वास्थ्य और शिक्षा को लेकर सरकार की मंशा पर सवाल खड़े किए है.उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों में ना तो गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल रही है और ना ही इन स्कूलों में मापदंडों के हिसाब से सुविधाएं हैं.
डॉक्टर चारू लता दवे का कहना है कि ने कहना है कि सांसद शिक्षा, पलायन और पानी के संरक्षण पर काम करें. उन्होंने कहा कि अगर बच्चों को अच्छी शिक्षा नहीं मिलेगी तो वो मानसिक और शारीरिक रुप से शोषित होते हैं.
ग्रहणी होने के साथ-साथ अपने पति के साथ दुकान चलाने वाली बुलबुल पाटीदार का कहना है कि रतलाम संसदीय सीट पर महिला वोटरों की संख्या पुरुष वोटरों के लगभग समान है, ऐसे में महिलाओं को भी चुनाव लड़ने का मौका राजनीतिक दलों को देना चाहिए, ताकि महिलाओं संबंधी मुद्दों को संसद में उठाकर देश भर की महिलाओं की समस्याओं का समाधान किया जा सके.