झाबुआ। उत्तरप्रदेश का कुख्यात अपराधी विकास दुबे की मध्य प्रदेश के उज्जैन से गिरफ्तारी और उत्तर प्रदेश में उसके एनकाउंटर के बाद आदिवासी बाहुल्य झाबुआ जिले में भी गुंडे बदमाशों की परेड शुरू हो गई है. एसपी आशुतोष गुप्ता के निर्देश के बाद जिले के तमाम थानों,चौकियों में निगरानी शुदा बदमाश और गुंडों की परेड कराई जा रही है.
शुक्रवार को झाबुआ की 20 पुलिस चौकी और 9 पुलिस थानों के निगरानी शुदा बदमाश और गुंडों की परेड कराई गई. इस दौरान चौकी क्षेत्र के गुंडों और बदमाशों को थाने पर भेजा गया. वहां पर इन गुंडों और बदमाशों की पहचान थाना स्टाफ और बीट प्रभारियों से कराने के लिए उनका रिकॉर्ड भी तैयार किया जा रहा है. इस दौरान बदमाशों के फोटोग्राफ्स लिए गए और उनका पूरा बायोडाटा तैयार किया जा रहा है. ताकि थाना क्षेत्र में होने वाली किसी भी घटना में संदेह होने पर इनके खिलाफ कार्रवाई की जा सके.
कुख्यात बदमाश विकास दुबे की मध्य प्रदेश में एंट्री के बाद पुलिस विभाग द्वारा ये कदम उठाए जा रहे हैं. इस कदम से आने वाले दिनों में अपराध किस तरह से नियंत्रित हो पाता है यह देखने वाली बात होगी.
हर महीने होगी बदमाशों की परेड
जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विजय डावर ने बताया कि जिले के निगरानी शुदा बदमाश और गुंडा बदमाशों की परेड हर माह कराई और उनके रहन-सहन और जीवन स्तर पर भी पुलिस की नजर रहेगी. शुक्रवार को कराई गई परेड में इन गुंडा, बदमाशों से अपराध न करने की शपथ भी दिलाई गई.
STF ने आरोपी विकास दुबे को मार गिराया
कानपुर के बिकरू गांव में हुई मुठभेड़ के मुख्य आरोपी विकास दुबे को एसटीएफ ने मुठभेड़ के दौरान मार गिराया. उत्तर प्रदेश पुलिस ने इसकी पुष्टि की है. इससे पहले विकास को लेकर यूपी एसटीएफ मध्य प्रदेश के उज्जैन से कानपुर लौट रही थी. इसी दौरान उसकी गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई. विकास ने पुलिसकर्मी का हथियार छीनकर भागने की कोशिश की और पुलिस पर गोलियां भी चलाई.
पुलिस के मुताबिक जवाबी कार्रवाई के दौरान विकास को गोलियां लगीं. इससे पहले उसे सरेंडर का मौका भी दिया गया. एसएसपी दिनेश कुमार ने बताया कि मुठभेड़ के दौरान विकास को कमर, सीना और पेट में कुल तीन गोलियां लगीं. इसके बाद उसे कानपुर के हैलेट अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. एनकाउंटर के दौरान 4 पुलिसकर्मियों के भी घायल होने की खबर है.