झाबुआ। सोमवार को पुलिस की दरियादिली की तस्वीर सामने आई. कालीदेवी थाना क्षेत्र में एक गर्भवती महिला अपने परिजनों के साथ अस्पताल जा रही थी. अस्पताल पहुंचने से पहले ही गर्भवती महिला की पुलिस थाने के सामने ही डिलीवरी हो गई. इस दौरान थाने में मौजूद महिला अधिकारी और आरक्षक मौके पर पहुंचीं और महिला और उसके परिजन को पुलिस वाहन से अस्पताल भिजवाया.
आदिवासी ग्रामीण अंचलों में इसी तरह के मामले आते हैं, जिसमें कई बार महिलाओं की डिलेवरी सड़क पर ही हो जाती है. सरकार ने महिलाओं के सुरक्षित प्रसव के लिए जननी एक्सप्रेस योजना से लेकर तमाम सुविधाएं की हुई है, बावजूद ग्रामीण जागरूकता के अभाव में सरकार की योजनाओं का लाभ नहीं उठा पाते.
इसे ग्रामीण लोगों की नासमझी ही कहा जाएगा कि 9 महीने की गर्भवती महिला को पैदल ही अस्पताल डिलीवरी के लिए ले जाया जा रहा था. ये तो गनीमत रही कि रास्ते में महिलाओं की मदद के लिए पुलिस अधिकारी पहुंच गईं और कोई अनहोनी नहीं हुई. सड़क पर डिलीवरी होने के बावजूद जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं.