झाबुआ। झाबुआ विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया की जीत के बाद बीजेपी प्रत्याशी भानु भूरिया ने इसकी नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि यह हार कार्यकर्ता की हार है, जबकि कांग्रेस की जीत सरकार के धनबल की है.
बीजेपी प्रत्याशी भानु भूरिया ने कहा कि झाबुआ उपचुनाव में कार्यकर्ताओं ने कड़ी मेहनत की, मगर नतीजे उनकी पक्ष में नहीं आए, बावजूद उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं और मतदाताओं का आभार व्यक्त किया. मतगणना के दौरान ईवीएम बन्द करने और खोलने के समय को लेकर उन्होंने आपत्ति जताई है, जिसे जिला निर्वाचन अधिकारी ने तत्काल खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि सरकार के दबाव में प्रशासन ने चुनाव कांग्रेस को जीता दिया.
गौरतलब है कि झाबुआ उपचुनाव में कुल 1 लाख 72 हजार 355 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया था, जिसमें कांग्रेस प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया को 95 हजार 741, वहीं भाजपा के प्रत्याशी भानु भूरिया को 68 हजार 351 वोट मिले. चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया ने 27 हजार 804 वोटों से विजय हासिल की है.