जबलपुर। कोरोना से लड़ाई में भीड़ भले ही कितनी खतरनाक साबित हो रही हो, पर लॉकडाउन के कारण तबाह हुए लोग, पैसों के लिए इससे भी भिड़ने को तैयार हैं. वहीं इस मुश्किल खड़ी में भी समाज में कुछ ऐसे लोग हैं, जो अफवाहों को फैलाने का काम कर रहे हैं, जिससे कोरोना से लड़ने में परेशानी हो रही है. ऐसा ही कुछ हुआ जबलपुर में, जहां अफवाह उड़ी की पूर्व विधानसभा क्षेत्र से विधायक लखन घनघोरिया महिलाओं को आर्थिक मदद देने वाले हैं, जिसके बाद वहां सैकड़ों महिलाओं की भीड़ लग गई, इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग तार-तार होती नजर आई. हालांकि मौके पर पहुंची पुलिस ने उन्हें वहां से हटा दिया.
आर्थिक सहायता की अफवाह के बाद लॉकडाउन में खाली हाथ बैठी महिलाएं अपना आधार कार्ड, पासबुक जैसे कागज लेकर विधायक के दफ्तर पहुंच गईं. महिलाओं की तादाद लगभग 400 थी. धीरे-धीरे यह भीड़ बढ़ने लगी. विधायक के दफ्तर में बैठे लोग महिलाओं को समझा रहे थे कि फिलहाल कोई आर्थिक सहायता नहीं दी जा रही है, इसके बावजूद महिलाएं अपने कागज दफ्तर में बैठे लोगों को देने लगीं. महिलाएं मानने को ही तैयार नहीं थी कि उन्हें गलत जानकारी मिली है, थोड़ी ही देर में भीड़ को बढ़ता देख मौके पर प्रशासन और पुलिस की टीम पहुंच गई. लाउडस्पीकर के जरिए लगातार अनाउंसमेंट करके महिलाओं को तितर-बितर किया गया.
यहां पर ना तो महिलाओं ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया और ना ही मास्क का इस्तेमाल किया, जबकि यह महिलाएं जिन इलाकों से आई थीं, उनमे से कई इलाके रेड जोन में हैं. इस दौरान विधायक लखन घनघोरिया मौजूद नहीं थे. पहले से ही हताश महिलाओं के गुस्से को अफवाह ने सातवें आसमान पर पहुंचा दिया था, जिसे प्रशासनिक अधिकारियों ने समझाइस देकर शांत किया. बहरहाल शराती त्तवों की इस हरकत से जिस तरीके से महिलाएं इकट्ठी हुई थीं वह इस संक्रामक दौर में बेहद खतरनाक है.