जबलपुर। पुलवामा हमले के एक साल पूरे हो गए हैं. पिछले साल आज ही के दिन जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों से भरी बस पर आतंकियों ने हमला कर दिया था, जिसमें 40 जवान शहीद हो गए थे. इन जवानों में जबलपुर के अश्विनी काछी भी शामिल थे. शहीद अश्विनी काछी के परिवार का आरोप है कि एक साल बीत जाने के बाद भी उन्हें वे सुविधाएं नहीं मिली, जिनका उनसे वादा किया गया था.
अश्विनी काछी के शहीद होने के बाद उनके परिवार का साथ देने का हर किसी ने वादा किया था, जिसमें विभिन्न पार्टियों के नेता भी शामिल थे. मुख्यमंत्री भी यहां पर पहुंचे, लेकिन धीरे-धीरे यह सिलसिला खत्म हो गया है. अश्विनी के परिवार के लोगों का कहना है कि शुरुआत में तो लोग आए, लेकिन बाद में वह इस तकलीफ में अकेले रह गए और लोगों ने आना बंद कर दिया. हालांकि घटना के एक साल बाद आज फिर गांव में अश्विनी काछी को याद किया जा रहा है और जबलपुर से कई मंत्री यहां पर पहुंच रहे हैं. जबलपुर के प्रभारी मंत्री प्रियव्रत सिंह और मंत्री लखन घनघोरिया, सांसद राकेश सिंह, विवेक तंखा, विधानसभा के अध्यक्ष नर्मदा प्रजापति के साथ स्थानीय विधायक शहीद को श्रद्धांजलि देने पहुंच रहे हैं.
शहीद के गांव में उनकी एक मूर्ति का भी अनावरण किया जा रहा है, लेकिन परिवार के लोगों का कहना है कि उन्हें सरकार से जो मदद मिलनी चाहिए थी, वह नहीं मिल पाई है. समाज ने उन्हें बहुत इज्जत दी है, इसके लिए वे समाज के ऋणी हैं, लेकिन सरकार से उन्हें नाउम्मीदी हासिल हुई है.