जबलपुर। भाजयुमो महामंत्री ऋषभ जैन मर्डर केस की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है. हत्याकांड में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया. पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने ऋषभ की हत्या कर उसके परिवार वालों से अपरहण के नाम पर फिरौती वसूलने का प्लान बनाया था. मर्डर केस की तफ्तीश में जुटी पुलिस ने सभी तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
भाजयुमो के प्रदेश अध्यक्ष अभिलाष पांडे ने दावा किया था कि ऋषभ जैन मोर्चा कार्यकर्ता थे. ऋषभ जैन ने अवैध शराब और रेत उत्खनन के खिलाफ आंदोलन किया था इसलिए रेत माफिया और शराब माफिया ने मिलकर उसकी हत्या करवा दी है.
पुलिस की तहकीकात में कहानी उल्टी निकली. ऋषभ जैन की हत्या करने वाले आरोपियों ने बताया कि ऋषभ शराब पीने का आदी था. ऋषभ के लिए शराब का इंतजाम बीजेपी के नमामि देवी नर्मदे प्रकल्प का नेता पुरुषोत्तम रजक करता था. पुरुषोत्तम रजक अपने दो साथियों के साथ मिलकर ऋषभ के जरिए पैसा कमाने का प्लान बनाया. पुरुषोत्तम ने प्लान बनाया था कि पहले ऋषभ की हत्या की जाएगी और इसके बाद उसके परिवार वालों से अपरहण के नाम पर फिरौती वसूली जाएगी.
पुरुषोत्तम ने खुद आगे बढ़कर पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की और किसी दूसरे शख्स को फंसाने के लिए पुलिस के सामने एक झूठा बयान दिया. पुलिस ने झूठे बयान के आधार पर जब तहकीकात की तो पुरुषोत्तम पर शक बढ़ गया और उससे पूछताछ की गई तो वह फंस गया.