जबलपुर। तीन दिन पहले छोला गांव के पास आर्मी की फेंसिंग में फंसकर घायल हुए तेंदुए की कल शाम मौत हो गई. तेंदुए की मौत को लेकर अब जहां वन विभाग के अधिकारी बात करने को तैयार नहीं हैं, तो वहीं स्कूल ऑफ लाइफ साइंस इंस्टीयूट के अधिकारी मौत की वजह गहरा घाव होना बता रहे हैं.
जबलपुर में हुई तेंदुए की मौत पर उठे सवाल, कलेक्टर ने की कार्रवाई की बात
जबलपुर में हुई तेंदुए की मौत पर कई सवाल उठ रहे हैं, जिसे लेकर कलेक्टर ने उचित कार्रवाई करने की बात कही है.
तेंदुए की मौत पर उठे कई सवाल
जबलपुर। तीन दिन पहले छोला गांव के पास आर्मी की फेंसिंग में फंसकर घायल हुए तेंदुए की कल शाम मौत हो गई. तेंदुए की मौत को लेकर अब जहां वन विभाग के अधिकारी बात करने को तैयार नहीं हैं, तो वहीं स्कूल ऑफ लाइफ साइंस इंस्टीयूट के अधिकारी मौत की वजह गहरा घाव होना बता रहे हैं.
Intro:जबलपुर
3 दिन पहले छोला गांव के पास आर्मी की फेंसिंग में फसकर घायल हुए तेंदुए की आखिर कल शाम मौत हो गई।असमय हुई उसकी मौत ने अपने पीछे कई तरह के सवाल लोगों के जहन में छोड़ दिए हैं।
तेंदुए की मौत का आखिर कौन है जिम्मेदार
तेंदुए की मौत को लेकर अब जहां वन विभाग के अधिकारी बात करने को तैयार नहीं है तो वहीं स्कूल ऑफ लाइफ साइंस इंस्टीयूट के अधिकारी मौत की वजह गहरा घाव होना बता रहे हैं।हालांकि कलेक्टर भरत यादव ने भी तेंदुए की मौत पर दुख जताया है।साथ ही उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम फाइल को वो स्वयं देखेंगे और अगर कोई दोषी पाया जाता है तो उस पर सख्त कार्यवाही भी की जाएगी।
Body:तेंदुए की हुई मौत के बाद से अब कई तरह के सवाल उठ रहे हैं.......
आखिर घायल हुए तेंदुए को मौके से उठाने में क्यों की गई थी लापरवाही......
जब तेंदुए का रेस्क्यू कर उसे उठा कर लाया जा रहा था उस समय पोटली बनाकर उठाने से जख्म और रीढ़ पर विपरीत असर हुआ। सवाल-आखिर क्यों तेंदुए की 2 दिन बाद सर्जरी की गई जबकि वाइल्डलाइफ एक्सपर्ट की टीम को तुरंत इसके लिए बुलाया जाना चाहिए था।
सर्जरी के एक दिन पहले ऑपरेशन टेबिल पर खड़ा हुआ तेंदुआ आखिर सर्जरी के बाद ऑपरेशन टेबल पर ही क्यों दम तोड़ दिया।
सवाल- जब तेंदुए का रेस्क्यू किया जा रहा था उस समय टीम में ट्रेंकुलाइजर ड्रिप किसने तय की थी।
Conclusion:बहरहाल विलुप्त हो रहे थे तेंदुए की मौत ने एक बार फिर वन विभाग और वाइल्ड लाइफ ऑफ इंस्टीयूट की कार्रवाई पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना यह होगा कि लापरवाही बरतने वालो पर किस प्रकार की कार्यवाही होती है।
बाईट.1-मधु स्वामी......वाइल्ड लाइफ ऑफ इंस्टीयूट
बाईट.2-भरत यादव....कलेक्टर,
पीटीसी......
3 दिन पहले छोला गांव के पास आर्मी की फेंसिंग में फसकर घायल हुए तेंदुए की आखिर कल शाम मौत हो गई।असमय हुई उसकी मौत ने अपने पीछे कई तरह के सवाल लोगों के जहन में छोड़ दिए हैं।
तेंदुए की मौत का आखिर कौन है जिम्मेदार
तेंदुए की मौत को लेकर अब जहां वन विभाग के अधिकारी बात करने को तैयार नहीं है तो वहीं स्कूल ऑफ लाइफ साइंस इंस्टीयूट के अधिकारी मौत की वजह गहरा घाव होना बता रहे हैं।हालांकि कलेक्टर भरत यादव ने भी तेंदुए की मौत पर दुख जताया है।साथ ही उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम फाइल को वो स्वयं देखेंगे और अगर कोई दोषी पाया जाता है तो उस पर सख्त कार्यवाही भी की जाएगी।
Body:तेंदुए की हुई मौत के बाद से अब कई तरह के सवाल उठ रहे हैं.......
आखिर घायल हुए तेंदुए को मौके से उठाने में क्यों की गई थी लापरवाही......
जब तेंदुए का रेस्क्यू कर उसे उठा कर लाया जा रहा था उस समय पोटली बनाकर उठाने से जख्म और रीढ़ पर विपरीत असर हुआ। सवाल-आखिर क्यों तेंदुए की 2 दिन बाद सर्जरी की गई जबकि वाइल्डलाइफ एक्सपर्ट की टीम को तुरंत इसके लिए बुलाया जाना चाहिए था।
सर्जरी के एक दिन पहले ऑपरेशन टेबिल पर खड़ा हुआ तेंदुआ आखिर सर्जरी के बाद ऑपरेशन टेबल पर ही क्यों दम तोड़ दिया।
सवाल- जब तेंदुए का रेस्क्यू किया जा रहा था उस समय टीम में ट्रेंकुलाइजर ड्रिप किसने तय की थी।
Conclusion:बहरहाल विलुप्त हो रहे थे तेंदुए की मौत ने एक बार फिर वन विभाग और वाइल्ड लाइफ ऑफ इंस्टीयूट की कार्रवाई पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना यह होगा कि लापरवाही बरतने वालो पर किस प्रकार की कार्यवाही होती है।
बाईट.1-मधु स्वामी......वाइल्ड लाइफ ऑफ इंस्टीयूट
बाईट.2-भरत यादव....कलेक्टर,
पीटीसी......