जबलपुर। महाराष्ट्र की बीजेपी नेत्री सना खान 1 अगस्त को गुजरात से जबलपुर के लिए रवाना हुई थीं. उसके बाद से अब तक उसका कोई पता नहीं चला है. पुलिस ने कामतापुर थाने में गुमशुदगी का मामला दर्ज किया था. इसकी जांच जब आगे बढ़ी तो जबलपुर के एक ढाबा संचालक अमित साहू का नाम सामने आया. अमित साहू को बीते दिनों पुलिस ने हिरासत में लिया. उसने पूछताछ के दौरान बताया कि उसने सना खान से शादी की थी लेकिन एक विवाद के चलते उसने उसकी हत्या कर दी और लाश को हिरन नदी में फेंक दिया.
सना खान की डेडबॉडी की तलाश : बता दें कि अमित साहू को सजा दिलाने के लिए पुलिस अभी भी सना खान की लाश की तलाश कर रही है, जो लगभग 25 दिन भी जाने के बाद भी पुलिस को नहीं मिली है. इस बीच पुलिस को अमित साहू के मोबाइल से कुछ वीडियो मिले हैं, जिनकी जांच करने पर पता लगा कि दरअसल, सना खान के जरिए अमित साहू एक हनी ट्रैप भी कर रहा था और इसमें सना का इस्तेमाल हाईप्रोफाइल कॉल गर्ल के रूप में हो रहा था. सना को कई लोगों के पास भेजा जाता था और अश्लील वीडियो बनाकर उन्हें ब्लैकमेल किया जाता था. पुलिस ने इस मामले कुछ लोगों से पूछताछ भी की है.
रेत कारोबारी हिरासत में : इस मामले में मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र में कई लोगों के नाम सामने आए हैं. इसी बीच अमित साहू की मदद करने के आरोप में नागपुर पुलिस ने जबलपुर से रवि शंकर यादव उर्फ रब्बू यादव को भी हिरासत में लिया है. रब्बू यादव जबलपुर में रेत का कारोबार करता है. इसके पहले रब्बू के ऊपर टाडा एक्ट के तहत कार्रवाई हुई थी. अमित साहू भी रेत का काम करता था लेकिन रवि शंकर यादव को क्यों हिरासत में लिया है, इसका खुलासा नहीं हो पाया है.
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तेंदूखेड़ा विधायक से पूछताछ : इस मामले में नया मोड़ तब आया, जब नरसिंहपुर तेंदूखेड़ा के विधायक संजय शर्मा को नागपुर पुलिस ने नोटिस भेजा. हालांकि संजय शर्मा ने बयान देते हुए कहा है कि अमित साहू से उनका फिलहाल कोई संपर्क नहीं है. 10 साल पहले अमित साहू उनकी किसी कंपनी में काम करता था लेकिन अब वह उनके संपर्क में नहीं है. अमित साहू ने क्यों उनका नाम लिया और पुलिस ने उन्हें क्यों जबरन परेशान किया, वह भी इस मामले को नहीं समझ पाए हैं. उनका कहना है कि वह सना को नहीं जानते और ना ही इस गुमशुदगी या हत्याकांड में उनका कोई लेना देना है.