जबलपुर। यातायात पुलिस द्वारा गरीब लोगों से ऑटो स्टैंड के नाम पर पैसे लूटने का मामला सामने आया है, यहां मौजूद कुछ लोग गरीब लोगों से ऑटो स्टैंड के नाम पर 500 रुपये का जुर्माना ठेकेदार और पुलिस मिलकर लूट रहे हैं. सड़क किनारे खड़ी गाड़ियों में ऑटो स्टैंड वाले लोगों की गाड़ियों में चैन डाल देते हैं और जुर्माने के तौर पर 500 रुपये तक वसूल करने के बाद ही चैन को खोलते हैं. इस बेवजह की वसूली से परेशान लोग कई बार शिकायत भी कर चुकें है, लेकिन कोई पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही हैं.
दरअसल, जबलपुर के रानी दुर्गावती अस्पताल में लोग इलाज करवाने आते हैं, अस्पताल के ठीक बाहर ऑटो स्टैंड है. जहां लोग अपनी बाइक, साइकिल खड़ी कर के अस्पताल के अंदर मरीज को दिखाने या किसी छोटे मोटे काम के लिए इधर उधर निकलते हैं लेकिन जैसे ही वापस आकर देखते हैं तो उनकी गाड़ियों में चैन डाल कर लॉक कर दी जाती है. जब लोग चैन डालने की वजह पूछते हैं तो ऑटो स्टैंड वाले लोग बतातें है कि कुछ पुलिस वाले उन्हें ऐसा करने के लिए आदेश देकर गए हैं. जब इस बारे में यातायात के बडे़ पुलिस अधिकारियों से बात की गई तो ऑटो स्टैंड वाले ने बाइक से चैन खोल दी.
ऑटो स्टैंड वाले का कहना है कि यातायात पुलिस के कुछ लोग सड़क पर खड़ी मोटरसाइकिल से पांच 500 रुपये की वसूली करने का आदेश देकर गए हैं. हैरानी की बात ये है कि पुलिस की ये गुंडागर्दी ठीक पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सामने चल रही है. जिन लोगों से बेवजह वसूली की जाती है उनमें ज्यादातर ऐसे गरीब लोग हैं, जिनके पास खाने कमाने के ज्यादा पैसे नहीं होते.
ऑटो स्टैंड के नाम पर गरीब लोगों से वसूली करने का मामला केवल एक जगह का नहीं हैं बल्कि पूरे जिले में इसी तरह गरीबों को परेशान किया जा रहा है. हर निजी अस्पताल के सामने ऐसे अवैध स्टैंड चल रहे हैं. जिन पर दिन भर लूट मची रहती है, लेकिन बेवजह गुंडों से झगड़ा मोल लेने की बजाए लोग पैसे देकर वहां से निकलना ठीक समझते हैं. इस गुंडागर्दी से आम आदमी परेशान है, लेकिन पुलिस इस मामले में चुप्पी साधे बैठी है.