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सोलर एनर्जी से लैस होगा रानी दुर्गावती विश्विद्यालय, वित्तीय कमी से बचने के लिया गया फैसला

रानी दुर्गावती विश्विद्यालय को अब सोलर एनर्जी से लैस किया जाएगा. विश्विद्यालय प्रशासन ने वित्तीय कमी को पूरा करने के लिए यह फैसला लिया है.

रानी दुर्गावती विश्विद्यालय होगा सोलर एनर्जी से लैस
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Published : Sep 14, 2019, 6:10 PM IST

जबलपुर। प्रदेश के सबसे पुराने विश्वविद्यालय में शुमार जबलपुर की रानी दुर्गावती युनिवर्सिटी अब सोलर एनर्जी से लैस होगी. यह फैसला विश्वविद्यालय प्रशासन की मीटिंग में लिया गया है. प्लान को उच्च शिक्षा विभाग भेजा जाएगा था. फिलहाल फाइल अभी राजभवन है. सोलर एनर्जी चालू होने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन को हर माह आने वाले लाखों रुपए के बिजली बिल से छुटकारा मिल जाएगा.

रानी दुर्गावती विश्विद्यालय होगा सोलर एनर्जी से लैस

विश्वविद्यालय के हाल ही में हुए बंटवारे के बाद यूनिवर्सिटी में छात्रों की संख्या का ग्राफ गिरा गया है, तो वहीं विश्वविद्यालय की आय में करीब 17 करोड़ रु की कमी आई है. ऐसे हालात में वित्तीय कमी को पूरा करने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन की मीटिंग में सोलर पैनल लगाए जाने का फैसला लिया गया है. जिसके परिक्षण के बाद फाइल को उच्च शिक्षा विभाग भेजा गया था. अब फाइल स्वीकृती के लिए राजभवन में है. जहां से स्वीकृति मिलने के बाद सौर उर्जा का काम विश्वविद्यालय में शुरु कर दिया जाएगा.

विश्वविद्यालय के कुलसचिव ने बताया की सोलर पैनल लगाने के लिए अहमदाबाद की कंपनी से संपर्क किया गया है. कंपनी ने करीब 1.58रु प्रति यूनिट की दर से बिजली देने का ऑफर दिया है. सोलर एनर्जी लगाने के लिए विश्विद्यालय को सिर्फ बिल्डिंग देनी होगी जिसके एवज में कंपनी विश्विद्यालय को बिजली देगी.

जबलपुर। प्रदेश के सबसे पुराने विश्वविद्यालय में शुमार जबलपुर की रानी दुर्गावती युनिवर्सिटी अब सोलर एनर्जी से लैस होगी. यह फैसला विश्वविद्यालय प्रशासन की मीटिंग में लिया गया है. प्लान को उच्च शिक्षा विभाग भेजा जाएगा था. फिलहाल फाइल अभी राजभवन है. सोलर एनर्जी चालू होने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन को हर माह आने वाले लाखों रुपए के बिजली बिल से छुटकारा मिल जाएगा.

रानी दुर्गावती विश्विद्यालय होगा सोलर एनर्जी से लैस

विश्वविद्यालय के हाल ही में हुए बंटवारे के बाद यूनिवर्सिटी में छात्रों की संख्या का ग्राफ गिरा गया है, तो वहीं विश्वविद्यालय की आय में करीब 17 करोड़ रु की कमी आई है. ऐसे हालात में वित्तीय कमी को पूरा करने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन की मीटिंग में सोलर पैनल लगाए जाने का फैसला लिया गया है. जिसके परिक्षण के बाद फाइल को उच्च शिक्षा विभाग भेजा गया था. अब फाइल स्वीकृती के लिए राजभवन में है. जहां से स्वीकृति मिलने के बाद सौर उर्जा का काम विश्वविद्यालय में शुरु कर दिया जाएगा.

विश्वविद्यालय के कुलसचिव ने बताया की सोलर पैनल लगाने के लिए अहमदाबाद की कंपनी से संपर्क किया गया है. कंपनी ने करीब 1.58रु प्रति यूनिट की दर से बिजली देने का ऑफर दिया है. सोलर एनर्जी लगाने के लिए विश्विद्यालय को सिर्फ बिल्डिंग देनी होगी जिसके एवज में कंपनी विश्विद्यालय को बिजली देगी.

Intro:जबलपुर
मध्य प्रदेश की सबसे पुरानी यूनिवर्सिटीओं में एक जबलपुर की रानी दुर्गावती यूनिवर्सिटी हर माह बिजली बिल पर खर्च होने वाले लाखों रुपए बचाने जा रही है।अपनी इस कवायद के चलते गोंडवाना काल की रानी दुर्गावती के नाम से बनी जबलपुर यूनिवर्सिटी जल्द सोलर एनर्जी से रोशन होगी।


Body:सोलर एनर्जी पैनल विश्वविद्यालय में लगने से हर माह आने वाले लाखों रुपए के बिजली बिल से विश्वविद्यालय को निजात मिलेगी। दरअसल रानी दुर्गावती यूनिवर्सिटी के हाल ही में हुए बंटवारे के बाद जहां यूनिवर्सिटी में छात्रों की संख्या का ग्राफ गिरा है तो वहीं विश्वविद्यालय की आय में करीब 17 करोड़ रु की कमी आई है। ऐसे में इन तमाम कमियों और खर्चों को कम करने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने ईसी मेंबरों के साथ हुई मीटिंग में विश्वविद्यालय में सोलर पैनल लगाने का फैसला किया है जिसके बाद आरडीवीवी प्रशासन ने सोलर एनर्जी पैनल लगाने के लिए फाइल को परीक्षण के बाद उच्च शिक्षा विभाग के पास भेजा था। जहां से राजभवन में कोआर्डिनेशन कमेटी की बैठक में विश्वविद्यालय को ग्रीन केंपस बनाने के लिए सौर ऊर्जा संयंत्र की स्थापना संबंधी रिपोर्ट प्रस्तुत की जा चुकी है और फाइल में राजभवन की मुहर लगने के बाद कुछ ही माह में विश्वविद्यालय के सभी भवन सोलर एनर्जी से लैस हो जाएंगे।


Conclusion:विश्वविद्यालय प्रशासन की मानें तो सोलर सोलर पैनल लगाने के लिए अहमदाबाद की कंपनी ने विश्वविद्यालय प्रशासन से संपर्क किया था और करीब 1.58 रु प्रति यूनिट की दर से बिजली देने का ऑफर विश्वविद्यालय प्रशासन के पास आया। सोलर एनर्जी पैनल लगाने के लिए पूरा खर्चा कंपनी करेगी विश्वविद्यालय प्रशासन को सिर्फ बिल्डिंगों की छत देना होगा जिसके एवज में कंपनी हर महा विश्वविद्यालय प्रशासन को 1.58रु प्रति यूनिट बिजली देगी जिससे कि प्रशासन को करीब 6.42 रु यूनिट के हिसाब से बिजली की बचत होगी।
बाईट.1-कमेलश मिश्रा.....कुलसचिव....रानी दुर्गावती विश्विद्यालय, जबलपुर
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