जबलुपर। देवी-देवताओं के अपमान के मामले में हिन्दू सेवा परिषद के केस दर्ज करने की मांग के बाद सुविख्यात कवयित्री सुभद्रा कुमारी चौहान के दामाद अशोक खन्ना ने अपने कृत्य के लिए माफी मांग ली है. इतना ही नहीं उन्होंने अपना दोष भी माना और सजा भी खुद तय करते हुए पश्चाताप् स्वरूप 15 दिन तक गुरूद्वारे में सेवा करने की बात कही है.
क्या है मामला
मदन महल इलाके में सेना के रिटायर्ड अफसर और कवियत्री सुभद्रा कुमारी चौहान के दमाद कैप्टन अशोक खन्ना उनके घर के बाहर दिवाल पर गंदगी को लेकर परेशान थे. जिस कारण उन्होंने दीवाल पर देवी-देवताओं के चित्र लगा दिए. कैप्टन खन्ना का सोचना था कि देवी-देवताओं के चित्र देखकर लोग यहां पर पेशाब नहीं करेंगे और गंदगी नहीं करेंगे. लेकिन जब लोगों की नजर इन चित्रों पर पड़ी तो लोगों ने इस बात पर आपत्ति जताई और हिंदूवादी संगठन भी सामने आ गए.
अपनी सजा भी तय की
थाने पहुंचे खन्ना ने परिषद के नेताओं, कार्यकर्ताओं से माफी मांगी. उन्होंने कहा कि मेरा उद्देश्य देवी-देवताओं के अपमान का नहीं था. मैं गंदगी से परेशान हो गया था. मैंने सोचा था कि श्रद्धा के चलते कोई फिर दीवार को गंदा नहीं करेगा. लेकिन ऐसा करना गलत है.उन्होंने खुद को दोषी माना और अपनी सजा भी खुद तय की और कहा कि वह 15 दिन गुरूद्वारे में सेवा करेंगे.
शिकायत ली गई वापस
जब बुजुर्ग कैप्टन खन्ना ने गुरूद्वारे में सेवा करने का प्रस्ताव रखा तो कोई भी इसे मना नहीं कर पाया. हिंदूवादी संगठनों ने भी अपनी शिकायत वापस ले ली. पुलिस ने भी उन्हें सा सम्मान थाने से रवाना किया.