जबलपुर। वोटर आईडी बनवाने और वोटर लिस्ट में नाम जुड़वाने का भी पैसा लगता है. जबलपुर में लोकायुक्त पुलिस ने ऐसे ही एक अधिकारी को वोटर आईडी बनवाने के नाम पर ढाई हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा. वहीं दूसरी तरफ महिला बाल विकास के परियोजना अधिकारी को एक कर्मचारी को नियुक्ति देने के नाम पर ₹20000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा. ताजा मामला वोटर आईडी का है. अधारताल में बूथ लेवल अधिकारी के रूप में काम कर रहे वैशाली राम कोल ने वोटर आईडी बनवाने के नाम पर ही रिश्वत मांग ली. हालांकि वह रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया.
ढाई हजार में बनवाओ मतदाता पहचान पत्र: दरअसल लाल बहादुर शास्त्री वार्ड में रहने वाले अहफाज खान को मतदाता पहचान पत्र बनवाना था और इस समय हर बूथ पर मतदाताओं के नाम जोड़ने के लिए अधिकारी नियुक्त किए गए हैं. इसलिए वे लाल बहादुर शास्त्री वार्ड में बने बीएलओ के ऑफिस में पहुंचे. यहां सरकारी स्कूल के हेड मास्टर वैशाली राम कोल बूथ लेवल ऑफिसर है. अहफाज ने जब अपने दस्तावेज दिखाए, तो उन पर ब्लॉक लेवल अधिकारी वैशाली राम कोल ने ढेर सारी आपत्तियां उठाएं और वोटर आईडी बनाने से मना कर दिया, लेकिन इसके बाद उन्होंने अहफाज से ₹3000 की मांग की और कहा की यदि वह पैसे दे देता है तो उसका नाम भी जोड़ देंगे. उसको वोटर आईडी भी दे देंगे, लेकिन अहफ़ाज़ के दस्तावेज सही थे और उसने रिश्वत देने की बजाय इस मामले की शिकायत लोकायुक्त को कर दी. लोकायुक्त पुलिस का दल सुरेखा परमार के नेतृत्व में मौके पर पहुंचा और बीएलओ को रंगे हाथों रिश्वत देते हुए पकड़ लिया.
महिला बाल विकास का अधिकारी रंगे हाथों पकड़ा गया: वहीं दूसरी कार्रवाई में महिला बाल विकास के परियोजना अधिकारी इंद्र कुमार साहू को सिहोरा में ₹20000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया है. यह कार्रवाई भी लोकायुक्त पुलिस ने की है. इंद्र कुमार साहू आंगनबाड़ी सहायिका के पद पर चयनित हुई नन्ही बाई से डेढ़ लाख रुपए की मांग कर रहे थे, लेकिन नानी बाई ने यह पैसे देने की बजाय उन्होंने लोकायुक्त पुलिस को शिकायत की और लोकायुक्त पुलिस ने इंद्र कुमार साहू को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया.