ETV Bharat / state

तीसरी लहर में अस्पतालों में रह सकेंगे बच्चों के साथ माता-पिता, भोपाल में बोले विश्वास सारंग, डेल्टा प्लस को लेकर भी आज अहम बैठक

author img

By

Published : Jun 26, 2021, 2:09 PM IST

कोरोना को लेकर एमपी सरकार सतर्क नजर आ रही है. चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने तीसरी लहर को लेकर कहा है कि सरकार पूरी तरह से तैयार है. आने वाले दिनों में बच्चों पर ज्यादा असर की आशंका को देखते हुए अस्पताल में माता पिता के रहने की भी व्यवस्था की जाएगी. साथ ही डेल्टा प्लस वैरिएंट पर विशेष निगरानी रखी जा रही है.

तीसरी लहर को लेकर हैं तैयार हम-सारंग
तीसरी लहर को लेकर हैं तैयार हम-सारंग

भोपाल। कोरोना की तीसरी लहर और डेल्टा प्लस वैरिएंट को लेकर राजधानी में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने मीडिया से बात की और बताया कि सरकार कोरोना को लेकर पहले से ज्यादा सजग है और टेस्टिंग के साथ मरीजों की निगरानी भी कर रही है. अब तक डेल्टा प्लस के 8 मामले सामने आए हैं. और सभी की निगरानी डॉक्टर कर रहे हैं. साथ ही कहा कि तीसरी लहर के दौरान प्रभावित होने वाले बच्चों के साथ उनके माता पिता को भी अस्पताल में रहने की व्यवस्था की जाएगी.आज देर शाम डेल्टा प्लस को लेकर एक अहम बैठक भी होगी, जिसमें कई अहम निर्णय लिये जा सकते हैं.

तीसरी लहर को लेकर हैं तैयार हम-सारंग

हैं तैयार हम-सारंग

तीसरी लहर पर विश्वास सारंग का कहना है कि तीसरी लहर की तैयारी हम कर रहे हैं. इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलप किया जा रहा है.प्राइवेट सेक्टर के अस्पतालों की प्लानिंग रिपोर्ट हमने बुलवाई है. हमने डॉक्टर अधिकारियों के साथ मिलकर रणनीति तैयार की है. आईसीयू बेड और ऑक्सीजन की व्यवस्था वार्ड में हो सुनिश्चित किया जा रहा है. साथ ही बच्चों में तीसरी लहर के दौरान फैलने की आशंका को लेकर मरीज के साथ माता- पिता के रुकने की भी व्यवस्था की जा रही है. वहीं संक्रमण से बचाव के लिए भोपाल समेत पूरे एमपी में वैक्सीनेशन का बड़ा अभियान जारी है.

डेल्टा प्लस वैरिएंट पर विशेष निगरानी

चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग का कहना है कि डेल्टा प्लस वैरिएंट को लेकर प्रदेश में 8 मामले सामने आये हैं. लगातर टेस्टिंग पर ध्यान दिया जा रहा है और ये सुनिश्चित कर रहे हैं कि वैरिएंट की समय पर टेस्टिंग हो और उसी का परिणाम है कि जानकारी मिल रही है.इसकी टेस्टिंग एनसीडीसी में कराई जा रही है. हम विशेष मोनिटरिंग कर रहे हैं कि संक्रमण न फैले. साथ ही डेल्टा प्लस वैरिएंट वाले मरीजों को लेकर कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग भी कर रहे हैं

क्या डेल्टा वैरिएंट तीसरी लहर के लिए हो सकता है जिम्मेदार?
दो म्यूटेशन के बाद डेल्टा का जेनेटिक कोड E484Q और L452R है और इससे हमारा इम्यून सिस्टम भी लड़ने में कमजोर पड़ सकता है. यही वजह है कि ये हमारे शरीर के बाकी अंगों को भी बड़ी आसानी से प्रभावित करके गंभीर लक्षण छोड़ता है. इसके अतिरिक्त नए वेरिएंट स्पाइक प्रोटीन की संरचना को बदलते हैं, पर डेल्टा वेरिएंट खुद को शरीर के अंदर मौजूद होस्ट सेल्स से जोड़ने में अधिक कुशल होते हैं. हेल्थ एक्सपर्ट्स पहले ही चेतावनी दे चुके हैं कि डेल्टा भारत में तीसरी लहर के रूप में हावी हो सकता है.

डेल्टा प्लस की टेस्टिंग कैसे होती है?
डॉक्टर्स के अनुसार डेल्टा प्लस की टेस्टिंग भी आम कोरोना की टेस्टिंग की तरह ही होती है लेकिन उसका पूरा सैंपल दिल्ली जाता है जहां एनसीडीसी में इसकी रिपोर्ट तैयार होती है. वहीं से डाटा दिल्ली के शोध केन्द्र में जाता है जहां इसके वायरस के फंक्शन को देखा जाता है कि उसमें कोई बदलाव तो नहीं है, अगर बदलाव है तो उसे डेल्टा डेल्टा प्लस की श्रेणी में रखा जाता है और राज्य सरकार को संबंधित मरीज की जानकारी दी जाती है.

डेल्टा वैरिएंट के लक्षण क्या हैं?
डेल्टा प्लस काफी संक्रामक है और फेफड़े की कोशिकाओं के रिसेप्टर से मजबूती से चिपकने में सक्षम है. इसकी वजह से फेफड़े को जल्द नुकसान पहुंचने की संभावना होती है. साथ ही यह मोनोक्लोनल एंडीबॉडी कॉकटेल को भी मात देने में सक्षम है. जिन लोगों को डेल्टा वेरिएंट ने अपनी चपेट में लिया है, उन्हें तेज खांसी (Bad Cold) और अलग ही तरह का फनी ऑफ फीलिंग जैसा अहसास हो रहा है. उनका कोल्ड सिम्टम्स पिछले वायरस से काफी अलग पाया जा रहा है. अध्ययन के अनुसार, सिरदर्द, गले में खराश और नाक बहना डेल्टा वेरिएंट से जुड़े सबसे आम लक्षण हैं.

कांग्रेस पर बरसे विश्वास सारंग
इधर वैक्सीन को लेकर लगातार एमपी कांग्रेस द्वारा उठाए जा रहे सवाल पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि कांग्रेस ने वैक्सिनेशन को लेकर भ्रम फैलाया था, कांग्रेस का काम ही भ्रम फैलाना है ताकि अपनी राजनीतिक रोटियां सेक सकें.

विश्वास सारंग ने दिग्विजय सिंह पर साधा निशाना
दिग्विजय सिंह पाकिस्तान परस्त हैं, वह देश को तोड़ने का काम करते हैं अफवाह फैलाने की मशीन बन गए हैं, केवल अपनी राजनीतिक रोटियां सेक रहे हैं.साथ ही कहा कि कांग्रेस की कथनी और करनी अंतर देखने को मिलता है. वैक्सीन को लेकर कांग्रेस ने भ्रम की स्थिति फैलाई जिस कारण बहुत बड़ा वर्ग वैक्सीन नहीं लगवा पाया, लेकिन मोदी और शिवराज के प्रयास से अब वैक्सीन को लेकर लोग आगे आ रहे हैं. वहीं राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि राहुल गांधी की बातों को कोई सीरियस नहीं लेता.

विश्वास सारंग ने दिग्विजय सिंह पर साधा निशाना

भूख कम लगती है? सावधान! हो सकता है डेल्टा प्लस वेरिएंट का लक्षण

कोरोना गाइडलाइन का करें पालन-सारंग

विश्वास सारंग ने लोगों से भी कोरोना गाइडलाइन का पालन करने का निवेदन किया है.विश्वास का कहना है कि लोग जब ज्यादा जरूरी हो तभी घर से निकलें.हमेशा मास्क पहन कर रखें और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें और सभी लोग वैक्सीन भी लगवाएं.ऐसा करने से ही इस बीमारी से बचा जा सकता है.

भोपाल। कोरोना की तीसरी लहर और डेल्टा प्लस वैरिएंट को लेकर राजधानी में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने मीडिया से बात की और बताया कि सरकार कोरोना को लेकर पहले से ज्यादा सजग है और टेस्टिंग के साथ मरीजों की निगरानी भी कर रही है. अब तक डेल्टा प्लस के 8 मामले सामने आए हैं. और सभी की निगरानी डॉक्टर कर रहे हैं. साथ ही कहा कि तीसरी लहर के दौरान प्रभावित होने वाले बच्चों के साथ उनके माता पिता को भी अस्पताल में रहने की व्यवस्था की जाएगी.आज देर शाम डेल्टा प्लस को लेकर एक अहम बैठक भी होगी, जिसमें कई अहम निर्णय लिये जा सकते हैं.

तीसरी लहर को लेकर हैं तैयार हम-सारंग

हैं तैयार हम-सारंग

तीसरी लहर पर विश्वास सारंग का कहना है कि तीसरी लहर की तैयारी हम कर रहे हैं. इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलप किया जा रहा है.प्राइवेट सेक्टर के अस्पतालों की प्लानिंग रिपोर्ट हमने बुलवाई है. हमने डॉक्टर अधिकारियों के साथ मिलकर रणनीति तैयार की है. आईसीयू बेड और ऑक्सीजन की व्यवस्था वार्ड में हो सुनिश्चित किया जा रहा है. साथ ही बच्चों में तीसरी लहर के दौरान फैलने की आशंका को लेकर मरीज के साथ माता- पिता के रुकने की भी व्यवस्था की जा रही है. वहीं संक्रमण से बचाव के लिए भोपाल समेत पूरे एमपी में वैक्सीनेशन का बड़ा अभियान जारी है.

डेल्टा प्लस वैरिएंट पर विशेष निगरानी

चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग का कहना है कि डेल्टा प्लस वैरिएंट को लेकर प्रदेश में 8 मामले सामने आये हैं. लगातर टेस्टिंग पर ध्यान दिया जा रहा है और ये सुनिश्चित कर रहे हैं कि वैरिएंट की समय पर टेस्टिंग हो और उसी का परिणाम है कि जानकारी मिल रही है.इसकी टेस्टिंग एनसीडीसी में कराई जा रही है. हम विशेष मोनिटरिंग कर रहे हैं कि संक्रमण न फैले. साथ ही डेल्टा प्लस वैरिएंट वाले मरीजों को लेकर कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग भी कर रहे हैं

क्या डेल्टा वैरिएंट तीसरी लहर के लिए हो सकता है जिम्मेदार?
दो म्यूटेशन के बाद डेल्टा का जेनेटिक कोड E484Q और L452R है और इससे हमारा इम्यून सिस्टम भी लड़ने में कमजोर पड़ सकता है. यही वजह है कि ये हमारे शरीर के बाकी अंगों को भी बड़ी आसानी से प्रभावित करके गंभीर लक्षण छोड़ता है. इसके अतिरिक्त नए वेरिएंट स्पाइक प्रोटीन की संरचना को बदलते हैं, पर डेल्टा वेरिएंट खुद को शरीर के अंदर मौजूद होस्ट सेल्स से जोड़ने में अधिक कुशल होते हैं. हेल्थ एक्सपर्ट्स पहले ही चेतावनी दे चुके हैं कि डेल्टा भारत में तीसरी लहर के रूप में हावी हो सकता है.

डेल्टा प्लस की टेस्टिंग कैसे होती है?
डॉक्टर्स के अनुसार डेल्टा प्लस की टेस्टिंग भी आम कोरोना की टेस्टिंग की तरह ही होती है लेकिन उसका पूरा सैंपल दिल्ली जाता है जहां एनसीडीसी में इसकी रिपोर्ट तैयार होती है. वहीं से डाटा दिल्ली के शोध केन्द्र में जाता है जहां इसके वायरस के फंक्शन को देखा जाता है कि उसमें कोई बदलाव तो नहीं है, अगर बदलाव है तो उसे डेल्टा डेल्टा प्लस की श्रेणी में रखा जाता है और राज्य सरकार को संबंधित मरीज की जानकारी दी जाती है.

डेल्टा वैरिएंट के लक्षण क्या हैं?
डेल्टा प्लस काफी संक्रामक है और फेफड़े की कोशिकाओं के रिसेप्टर से मजबूती से चिपकने में सक्षम है. इसकी वजह से फेफड़े को जल्द नुकसान पहुंचने की संभावना होती है. साथ ही यह मोनोक्लोनल एंडीबॉडी कॉकटेल को भी मात देने में सक्षम है. जिन लोगों को डेल्टा वेरिएंट ने अपनी चपेट में लिया है, उन्हें तेज खांसी (Bad Cold) और अलग ही तरह का फनी ऑफ फीलिंग जैसा अहसास हो रहा है. उनका कोल्ड सिम्टम्स पिछले वायरस से काफी अलग पाया जा रहा है. अध्ययन के अनुसार, सिरदर्द, गले में खराश और नाक बहना डेल्टा वेरिएंट से जुड़े सबसे आम लक्षण हैं.

कांग्रेस पर बरसे विश्वास सारंग
इधर वैक्सीन को लेकर लगातार एमपी कांग्रेस द्वारा उठाए जा रहे सवाल पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि कांग्रेस ने वैक्सिनेशन को लेकर भ्रम फैलाया था, कांग्रेस का काम ही भ्रम फैलाना है ताकि अपनी राजनीतिक रोटियां सेक सकें.

विश्वास सारंग ने दिग्विजय सिंह पर साधा निशाना
दिग्विजय सिंह पाकिस्तान परस्त हैं, वह देश को तोड़ने का काम करते हैं अफवाह फैलाने की मशीन बन गए हैं, केवल अपनी राजनीतिक रोटियां सेक रहे हैं.साथ ही कहा कि कांग्रेस की कथनी और करनी अंतर देखने को मिलता है. वैक्सीन को लेकर कांग्रेस ने भ्रम की स्थिति फैलाई जिस कारण बहुत बड़ा वर्ग वैक्सीन नहीं लगवा पाया, लेकिन मोदी और शिवराज के प्रयास से अब वैक्सीन को लेकर लोग आगे आ रहे हैं. वहीं राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि राहुल गांधी की बातों को कोई सीरियस नहीं लेता.

विश्वास सारंग ने दिग्विजय सिंह पर साधा निशाना

भूख कम लगती है? सावधान! हो सकता है डेल्टा प्लस वेरिएंट का लक्षण

कोरोना गाइडलाइन का करें पालन-सारंग

विश्वास सारंग ने लोगों से भी कोरोना गाइडलाइन का पालन करने का निवेदन किया है.विश्वास का कहना है कि लोग जब ज्यादा जरूरी हो तभी घर से निकलें.हमेशा मास्क पहन कर रखें और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें और सभी लोग वैक्सीन भी लगवाएं.ऐसा करने से ही इस बीमारी से बचा जा सकता है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.