जबलपुर। वर्तमान समय में पूरा देश कोविड-19 के प्रकोप से जूझ रहा है. जिन लोगों के शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है, उन लोगों को कोरोना वायरस सहित अन्य मौसमी बीमारियां जल्द अपने गिरफ्त में लेती हैं. जिससे बहुत से लोग बीमारी की चपेट में आ जाते हैं.
शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छी बनी रहे, इसके लिए जरूरी है योग और व्यायाम. देश के उप राष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने योग को प्राचीन भारत का सबसे बहुमूल्य उपहार करार देते हुए कहा था कि योग केवल अभ्यास ही नहीं बल्कि एक दुनिया है और मानवता का प्रतीक है.
योगा ट्रेनर गंगा चक्रवर्ती ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान लोग अपने घरों में बैठे हैं और वे सुबह और शाम के समय योग और प्राणायाम के जरिए अपने शरीर स्वस्थ और सुरक्षित रख सकते हैं. इसके साथ ही शरीर की रोग प्रतिरोध क्षमता को बढ़ा सकते हैं.
योग का अभ्यास करना किसी भी उम्र के व्यक्ति के लिए लाभदायक है. यही वजह है कि अब केंद्र सरकार योग के महत्व समझते हुए 21 जून को योग दिवस के रूप में मनाती हैं.
योगा ट्रेनर गंगा चक्रवर्ती ने योग के महत्व को समझाते हुए कहा कि आज के युग में योग इतना अनिवार्य हो गया है कि हर एक व्यक्ति को योग करना ही चाहिए. गंगा चक्रवर्ती ने बताया कि योग को असली मतलब वही बता सकता है जो योग करता है.
उन्होंने योग के बारे में बताया कि पुराने जमाने को बुजुर्ग लोग बोला करते थे कि नहाना शरीर के लिए लाभदायक होता है. लॉकडाउन को लेकर उन्होंने कहा कि इसके कारण योगा टीचर की क्लासेस नहीं लग पा रही है. गंगा चक्रवर्ती ने कहा कि योगा टीचर के पास आमदनी के लिए कोई चारा नहीं होता है.
जबलपुर की वाटर गर्ल पानी में करती है योगा
योग ट्रेनर के रूप में मध्यप्रदेश में ख्याति बना चुकी गंगा चक्रवर्ती को वाटर गर्ल के नाम से भी जाना जाता है. गंगा पानी में भी योगा करना पसंद करती है. अपनी बॉडी को पानी में तैरना इस योग ट्रेनर के लिए आम बात है.
ईटीवी भारत से किए योगा के लाभ साझा
ईटीवी भारत से बात करते हुए वॉटर गर्ल गंगा ने बताया कि आज योग करना सबके लिए जरूरी है. जो योगा कर रहे हैं इनकी उम्र भी बढ़ रही हैं क्योंकि जो जितना योग करेगा वो उतनी ज्यादा उम्र तक जीवित रहेगा. उन्होंने कहा कि आज के युग में योगा सभी को करना चाहिए.
अगर आप 15 मिनट निकालकर भी सूर्य नमस्कार कर रहे हैं तो यह आपके शरीर के लिए फायदेमंद है. वहीं उन्होंने पानी के योग को भी स्वास्थ्य रहने के लिए बेहतर बताया है. उन्होंने कहा को हमारे पूर्वज भी यही कहा करते थे कि अगर नदी-तालाब मे नहाओगे तो हमेशा स्वास्थ्य रहोगे.
लॉकडाउन में योगा ट्रेनर हो गए बर्बाद
लॉकडाउन की वजह से योग ट्रेनर आज सड़कों पर आ गए हैं. योग सेंटर बंद रहने से ट्रेनर खासा परेशान हैं. योग टीचर गंगा चक्रवर्ती बताती हैं कि बीते 2 महीने से चल रहे लॉकडाउन के कारण न ही उनकी योगा क्लास लग रही है और ना ही सरकार उन पर ध्यान दे रही है.
योगा ट्रेनर जो कि अपनी योग क्लास पर ही निर्भर रहा करते थे आज उनके सामने घर चलाने की बड़ी समस्या आ गई है लिहाजा योग ट्रेनर ने केंद्रीय और राज्य सरकार से मांग की है कि सरकार उनके तरफ भी ध्यान दें.