जबलपुर। प्रधानमंत्री अन्न उत्सव योजना की हकीकत अब धीरे-धीरे सामने आने लगी है. जबलपुर में जिस स्थान पर शनिवार को प्रभारी मंत्री गोपाल भार्गव ने अन्न उत्सव योजना का शुभारंभ किया, वहीं पर खराब गेहूं बांटा गया. जिसके बाद हितग्राहियों में काफी आक्रोश देखा गया. लोगों का सरकार से कहना है कि अगर बांटना है तो साफ अनाज बांटे जिसे हम खा सकें.
गेहूं में लगे थे कीड़े
लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव ने शनिवार को रामपुर में अन्न उत्सव का शुभारंभ किया. वहीं इस स्थान से कुछ ही दूर स्थित सेठी नगर में प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की फोटो लगे थैले में जो गेहूं बांटा गया वो कीड़े युक्त था. गेहूं के ऊपर कीड़े बिलबिला रहे थे, उसमें मिट्टी भी काफी संख्या में थी, जिसे देखकर हितग्राहियों को गुस्सा आ गया.
खाने लायक नहीं था गेहूं, लोगों का विरोध
जबलपुर के सेठी नगर स्थित सहकारी दुकान से प्रधानमंत्री अन्न योजना के तहत बढ़कर अनाज तो मिला, लेकिन ये अनाज खाने योग्य नहीं था. स्थानीय लोगों ने बताया कि हर महीने 3 किलो चावल और 12 किलो गेहूं मिलता था, लेकिन शनिवार को 15 किलो गेहूं और 5 किलो चावल मिला. लेकिन चावल और गेहूं काफी घटिया गुणवत्ता का था. लोगों ने सरकार से निवेदन किया है कि अगर देना है तो सही अनाज दें.
कांग्रेस विधायक ने किया था योजना का विरोध
कांग्रेस विधायक संजय यादव में अन्न उत्सव योजना का विरोध किया था. उन्होंने आरोप लगाया था कि इस योजना के तहत लोगों को वह अनाज परोसा जा रहा है जो खाने योग्य नहीं है, इसलिए सरकार की अन्न उत्सव योजना का कोई मतलब नहीं है.