जबलपुर। जबलपुर में ऐसे सैकड़ों लोग हैं जो रोज नर्मदा दर्शन करने जाते हैं. इनमें से ज्यादातर लोग शाम के समय गौरी घाट में जाते हैं. लेकिन यहां आने और जाने के लिए एक ही सड़क है. इस सड़क पर शाम होते-होते जाम लग जाता है. लोग इस समस्या का निदान चाहते हैं. नर्मदा के दर्शन करने के लिए केवल हिंदू ही नहीं बल्कि कई मुस्लिम भी जाते हैं. ये लोग नर्मदा आरती का भी आनंद उठाते हैं. नर्मदा के ऐसे ही एक भक्त हैं जमा खान. जमा खान भी कई सालों से रोज नर्मदा दर्शन करने के लिए जाते हैं और नर्मदा आरती में भी शामिल होते हैं.
जाम की समस्या से भक्त परेशान : जमा खान का कहना है कि गौरी घाट में जाम की समस्या से निपटाने के लिए एक छोटी सी सड़क बनाई जा सकती है. नर्मदा के रेत घाट से जोड़कर एक रिंग रोड बनाई जा सकती है, जिसे वन वे किया जा सकता है ताकि एक तरफ से गाड़ियां आएं और दूसरी तरफ से निकल जाएं. ऐसा करने से गौरी घाट में जाम की समस्या खत्म हो जाएगी. जमा खान के साथ कुछ और मुस्लिम समाज के युवकों ने जबलपुर महापौर जगत बहादुर सिंह अनु से इस समस्या को खत्म करने की अपील की है.
महापौर ने चुनाव से पहले किया था वादा : दरअसल, जबलपुर के महापौर जगत बहादुर सिंह अनु ने चुनाव से ठीक पहले घोषणा की थी कि जब भी महापौर बन जाएंगे तो नर्मदा भक्तों के लिए नमदा दर्शन के सारे कष्टों को खत्म करेंगे. लेकिन एक साल से ज्यादा का समय बीत जाने के बाद भी ग्वारीघाट की एक छोटी सी सड़क ना बन पाने से नर्मदा भक्त परेशान हैं. बता दें कि नर्मदा के प्रति मुख्यमंत्री शिवराज सिंह भी जबलपुर में अपनी भक्ति प्रदर्शित कर चुके हैं और उन्होंने नर्मदा के किनारे 16 किलोमीटर लंबी सड़क बनवाने की घोषणा की थी, जो जबलपुर के भटौली घाट से लेकर भेड़ाघाट तक नर्मदा किनारे किनारे जाएगी.
ये खबरें भी पढ़ें... |
नेताओं की घोषणाओं पर अमल कब : प्रदेश के पूर्व वित्त मंत्री तरुण भनोट ने भी गौरी घाट से तिलवारा घाट तक सड़क बनाने घोषणा की थी. लेकिन सड़क नहीं बन सकी. फिलहाल एक छोटी सी सड़क के लिए भक्त परेशान हैं. बता दें कि जबलपुर का ग्वारीघाट नर्मदा भक्तों के लिए किसी तीर्थ से कम नहीं है. जबलपुर आने वाले पर्यटक भी ग्वारीघाट जाते हैं. खासतौर पर नर्मदा आरती में जरूर हिस्सा लेते हैं, लेकिन इस दौरान यहां इतना जाम लग जाता है कि लोगों को यहां से निकलने में कई घंटे बर्बाद होते हैं. वैसे नर्मदा को लेकर कई बड़े प्रोजेक्ट पर चर्चा चल रही है लेकिन शहर के आम आदमी को एक छोटी सी सड़क की दरकार है.