जबलपुर। जिले के तिलहरी इलाके में नगर निगम की ओर से गंदे पानी की सप्लाई की जा रही है. इस पानी को प्रयोग करने से लोगों में बीमार होने का खतरा बढ़ रहा है. वहीं, लोगों का कहना है कि इस पानी में गदंगी के अलावा बदबू भी आ रही है और कभी-कभी पानी से बहुत छोटे कीड़े भी निकल आते हैं. लोगों का कहना है कि बीते कई दिनों से गंदा पानी आ रहा. इसे पीने से कई लोग बीमार भी हो रहे हैं.
कई शहरों में बनी हुई पानी की समस्याः पानी की समस्या सिर्फ जबलपुर के तिलहरी इलाके में ही नहीं है, बल्कि बाकी शहर में भी लोग इसी तरह से गंदे पानी से परेशान हैं. लोगों के पास दूसरा विकल्प नहीं होने की वजह से इसी गंदे पानी से गुजारा करना पड़ रहा है. लोगों का कहना है कि जो थोड़े समृद्ध हैं वे घरों में फिल्टर मशीन रखे हुए हैं, लेकिन गरीबों के लिए इसी पानी को पीना मजबूरी है. इसकी वजह से कहीं लोगों के पीलिया जैसी बीमारी से जूझना पड़ रहा है.
पानी को साफ करने के लिए लगे 4 प्लांटः गंदे पानी की समस्या को लेकर जिम्मेदार लोगों ने नगर निगम सदन के भीतर ही पानी को टेस्ट करके यह दावा किया था कि जबलपुर का पानी प्रदेश के दूसरे इलाकों से ज्यादा शुद्ध है. जबलपुर में नगर निगम के शहर में ज्यादातर इलाकों में नर्मदा नदी का पानी लोगों के घरों पर पहुंचता है. पानी को साफ करने के लिए करोड़ों रुपये की लागत के 4 बड़े प्लांट लगे हैं. इनमें रामनगरा वाटर फिल्टर प्लांट, तिलहरी वाटर फिल्टर प्लांट और रांझी वाटर फिल्टर प्लांट में पानी को साफ करने का दावा किया जाता है.
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पानी में गंदगी की एक बड़ी वजह अवैध कनेक्शनः नगर निगम के अधिकारियों ने कहा कि पानी में गंदगी की एक बड़ी वजह अवैध कनेक्शन है. इन्हीं अवैध कनेक्शनों के चलते सप्लाई लाइनों में छेद कर दिए जाते हैं और इसकी वजह से आसपास का गंदा पानी सप्लाई लाइन में चला जाता है, लेकिन स्थानीय राजनीति के चक्कर में अवैध नल कनेक्शन करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हो पाती, जबकि इसका कानून बहुत कठोर है और अवैध नल कनेक्शन करने वालों के खिलाफ सजा का प्रावधान है. इसको लेकर नगर निगम के अधिकारियों की लापरवाही की वजह से आम लोगों को गंदा पानी पीने को लिए मजबूर होना पड़ रहा है.