जबलपुर। बड़े-बड़े निजी स्कूलों को पछाड़ते हुए जबलपुर का केंद्रीय विद्यालय क्रमांक-2 जीसीएफ देश के 34 स्कूलों में शामिल हो गया है. केन्द्र सरकार द्वारा जारी की गई स्वच्छ शाला पुरस्कार की सूची में मध्यप्रदेश से इकलौता नाम जबलपुर के केंद्रीय विद्यालय क्रमांक-2 का है. ऐसे में जबलपुर का केवी टू मध्यप्रदेश का सबसे स्वच्छ स्कूल बन गया है. केंद्रीय विद्यालय को19 नवंबर को दिल्ली में आयोजित स्वच्छ शाला पुरस्कार कार्यक्रम में केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान [Dharmendra Pradhan] पुरस्कृत करेंगे.
बच्चों ने स्वच्छता को बनाया आदत: नामी निजी स्कूलों को भी पछाड़कर प्रदेश में सबसे साफ स्कूल [Top Clean School of India] का तमगा मिलने पर स्कूल के छात्र और स्टाफ बहुत खुश हैं. प्रिंसपल आकांक्षा सैमुअल ने बताया कि ये पुरस्कार पाना आसान नहीं था, इसके लिए स्कूल परिसर, कक्षाएं और टॉयलेट्स की लगातार सफाई की जाती थी. जिसके अलावा बच्चों ने स्वच्छता को अपनी आदत में शुमार किया और जब केन्द्र सरकार की इंस्पेक्शन टीम स्कूल पहुंची तो उसने केवी-2 को सबसे स्वच्छ स्कूल पाया.
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एमपी का इकलौता स्कूल: प्रिंसपल ने बताया कि स्कूल के छात्र छात्राओं ने भी स्कूल को इस मुकाम पर पहुंचाने के लिए खूब मेहनत की है. पुरस्कारों की सूची में मध्यप्रदेश से इकलौते स्कूल के रुप में जबलपुर के केन्द्रीय विद्यालय क्रमांक-2 का नाम है. स्कूल [Jabalpur Kendriya Vidyalaya] में पढ़ने वाले छात्रों ने बताया कि उन्हें बेहद खुशी हो रही है कि उनका स्कूल स्वच्छता में नंबर वन आया है, इस उपलब्धि को पाने के लिए क्लास एक से लेकर 12वीं तक के छात्रों का योगदान है. स्कूल में हर छोटी छोटी चीजों पर भी ध्यान दिया गया है. ताकि स्कूल में सफाई व्यवस्था बनी रहे.