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जबलपुर: कोलकाला की घटना के विरोध में मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर भी रहे एक दिन की हड़ताल पर - NRS Hospital Kolkata

कोलकाता में डॉक्टरों पर हुए हमले के विरोध में जबलपुर के सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज के चिकित्सक भी हड़ताल पर चले गए हैं. डॉक्टर्स की सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाने की मांग की है.

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Published : Jun 14, 2019, 9:23 PM IST

जबलपुर। पश्चिम बंगाल में जूनियर डॉक्टर पर हुए जानलेवा हमले के विरोध में सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज जबलपुर के जूनियर डॉक्टर्स ने एक दिन के लिए काम बंद रखा. डॉक्टर्स ने बताया कि हमारा काम बंद करने का उद्देश्य सरकार को डॉक्टर्स की सुरक्षा को लेकर जागरुक करना है.

प्रोक्टशन एक्ट की मांग करते डॉक्टर्स

⦁ महाकौशल के सबसे बड़े अस्पताल सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर्स ने एक दिन का रखा काम बंद
⦁ काम बंद के दौरान ओपीडी और रुटीन ड्यटी प्रभावित रही
⦁ डॉक्टर्स की सुरक्षा की मांग को लेकर किया काम बंद
⦁ आपातकालीन सेवाएं चालू रहीं
⦁ कोलकता के एनआरएस अस्पताल में 85 साल के मरीज की मौत के बाद उसके परिजनों ने डॉक्टर्स पर हमला कर दिया था.
⦁ जिसके बाद अस्पताल के 16 डॉक्टर्स ने इस्तीफा देने की पेशकश की है.
⦁ डॉक्टर्स ने सरकार से प्रोटेक्शन एक्ट पास करने की मांग की है

जबलपुर। पश्चिम बंगाल में जूनियर डॉक्टर पर हुए जानलेवा हमले के विरोध में सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज जबलपुर के जूनियर डॉक्टर्स ने एक दिन के लिए काम बंद रखा. डॉक्टर्स ने बताया कि हमारा काम बंद करने का उद्देश्य सरकार को डॉक्टर्स की सुरक्षा को लेकर जागरुक करना है.

प्रोक्टशन एक्ट की मांग करते डॉक्टर्स

⦁ महाकौशल के सबसे बड़े अस्पताल सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर्स ने एक दिन का रखा काम बंद
⦁ काम बंद के दौरान ओपीडी और रुटीन ड्यटी प्रभावित रही
⦁ डॉक्टर्स की सुरक्षा की मांग को लेकर किया काम बंद
⦁ आपातकालीन सेवाएं चालू रहीं
⦁ कोलकता के एनआरएस अस्पताल में 85 साल के मरीज की मौत के बाद उसके परिजनों ने डॉक्टर्स पर हमला कर दिया था.
⦁ जिसके बाद अस्पताल के 16 डॉक्टर्स ने इस्तीफा देने की पेशकश की है.
⦁ डॉक्टर्स ने सरकार से प्रोटेक्शन एक्ट पास करने की मांग की है

Intro:पश्चिम बंगाल में जूनियर डॉक्टर पर हुए हमले का असर जबलपुर में भी देखा गया जबलपुर के जूनियर डॉक्टर्स ने नहीं किया मरीजों का इलाज 1 दिन की सांकेतिक हड़ताल की


Body:जबलपुर पश्चिम बंगाल में एक 80 वर्षीय बुजुर्ग की इलाज के दौरान मृत्यु होने के बाद मरीज के परिजनों ने दो जूनियर डॉक्टर्स पर हमला बोल दिया दोनों जूनियर डॉक्टर्स को गंभीर चोटे आई इस घटना के विरोध में देशभर के जूनियर डॉक्टर 1 दिन की हड़ताल पर चले गए हैं

जूनियर डॉक्टर्स की हड़ताल का असर महाकौशल की सबसे बड़ी अस्पताल सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज मैं भी देखने को मिला जूनियर डॉक्टर्स ने आज ओपीडी चालू नहीं की ज्यादातर डॉक्टर अस्पताल नहीं पहुंचे कॉलेज के बाहर बैनर पोस्टर लेकर धरने पर खड़े नजर आए हालांकि डाक्टरों ने गंभीर मरीजों को इलाज जरूर दिया लेकिन सामान्य तौर पर इलाज करवाने आए हजारों लोगों को ओपीडी नहीं मिलने से बिना इलाज के लौटना पड़ा

जूनियर डॉक्टर्स की मांग है की डॉक्टर्स प्रोटेक्शन एक्ट को मजबूती से लागू किया जाए सरकारी अस्पतालों में भी बंदूकधारी जवान तैनात किए जाएं ताकि लोगों में इस बात का भय बैठ सके कि डॉक्टर को नहीं मारना डॉक्टर्स का कहना है कि उनकी कोशिश होती है की मरीज की मौत ना हो लेकिन मैं भगवान नहीं हैं और यदि इलाज के दौरान किसी मरीज की मौत हो जाती है तो मरीज के परिजन अपना आपा खो देते हैं और डॉक्टरों को मारने लगते हैं इसलिए जूनियर डॉक्टर्स ने सरकार से मांग की है उन्हें सुरक्षा दी जाए


Conclusion:डॉ अमरेंद्र वर्मा अध्यक्ष जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन
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