जबलपुर। जिले में एक बार फिर ईटीवी भारत की खबर का बड़ा असर हुआ है. शहर के मंडी मदार टेकरी में रहने वाली दो दिव्यांग सगी बहनों की मदद के लिए आखिरकार जबलपुर जिला प्रशासन आगे आया. कलेक्टर के निर्देश पर सामाजिक न्याय विभाग ने दोनों ही दिव्यांग बहनों की न सिर्फ आर्थिक रूप से मदद की है, बल्कि बच्चियों के पिता को भी रोजगार से जोड़ने की व्यवस्था में जिला प्रशासन जुट गया है.(girl without brain in jabalpur)
जिला प्रशासन ने शुरू करायी बीमा-पेंशनः कलेक्टर डोक्टर डॉ. इलैया राजा टी के निर्देश पर सामाजिक न्याय विभाग ने 15 साल की दिव्यांग बच्ची की पेंशन शुरू कर दी है. इसके अलावा उसका बीमा भी करवाया जा रहा है, जिसके चलते वह अपना इलाज करवा सकती है. वहीं ढाई साल की बच्ची जब 6 साल की हो जाएगी. तब जिला प्रशासन उसको भी पेंशन दिलवाएगा. सामाजिक न्याय विभाग के संयुक्त संचालक आशीष दीक्षित ने बताया कि अभी 15 साल की दिव्यांग को 1200 रुपये प्रति माह की पेंशन शासन की तरफ से दी जाएगी. इसके अलावा निरामय बीमा योजना के जरिए 100000 रु प्रति वर्ष का बीमा भी करवाया जा रहा है.
गंभीर बीमारी से जूझ रही दोनों बहनेंः मंडी मदार टेकरी में रहने वाली मोहम्मद शाहिद की तीन बेटियां हैं, एक बेटी तो पूरी तरह से स्वस्थ है. जबकि दो बेटी गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं. मोहम्मद शाहिद ने बताया कि उनकी दो बेटी, जिसकी उम्र 15 और ढाई साल है. दोनों ही बच्चियों का ब्रेन नहीं है, जिसके चलते उनमें सोचने समझने की बिल्कुल भी क्षमता नहीं है. दोनों ही बच्चियां पूरी तरह से बेसुध हैं, जिनका जीवन सिर्फ दूध और पानी पर चल रहा है. अब जबकि कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी ने पीड़ित परिवार की मदद की है, तो उन्होंने उम्मीद जताई है कि अब उनकी बेटी की स्थिति में निश्चित रूप से कुछ सुधार आएगा.