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कुंडम इलाके में पेड़ों की अवैध कटाई जारी, कब सुध लेगा वन विभाग ?

जबलपुर के कुंडम इलाके में पेड़ों की अवैध कटाई हो रही है. शिकायत मिलने पर डीएफओ ने कहा कि जल्द ही मामले की जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

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Published : Dec 16, 2019, 8:38 PM IST

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कुंडम इलाके में पेड़ों की अवैध कटाई

जबलपुर। शहर के कुंडम इलाके में पेड़ों की अवैध कटाई धडल्ले से जारी है. आरोप है कि वन विभाग के कर्मचारियों की मिलीभगत से बड़ी तादाद में पेड़ों की अवैध कटाई की जा रही है. वहीं जब इस मामले की शिकायत जबलपुर के डीएफओ से की गई तो उनका कहना है कि वो जल्द ही इस पूरे मामले की जांच करेंगे.अगर कोई अधिकारी कर्मचारी मामले में दोषी पाया गया तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

कुंडम इलाके में पेड़ों की अवैध कटाई

कुंडम के पास कूद वारी पनपतपुर का जंगल है. इस जंगल की देखरेख का जिम्मा कुंडम रेंज के पास है क्योंकि ये रेंज जबलपुर से लगभग 50 किलोमीटर दूरी पर है. इसलिए ज्यादातर अधिकारी यहां नहीं पहुंच पाते और ये पूरा इलाका दुर्गम भी है. इसी का फायदा उठाकर लकड़ी माफिया यहां से सागौन की पेड़ों की चोरी करते हैं.

बता दें कि पहले ये पेड़ इक्का-दुक्का काटे जाते थे. लेकिन बीते 2 महीने से पेड़ों की कटाई बहुत तेजी से हो रही है. स्थानीय लोगों का कहना है कि वो इस मामले की शिकायत करने से डरते हैं. अगर उनका नाम सामने आ गया तो न सिर्फ माफिया बल्कि वन विभाग के अधिकारी भी उन्हें परेशान करते हैं.

जबलपुर। शहर के कुंडम इलाके में पेड़ों की अवैध कटाई धडल्ले से जारी है. आरोप है कि वन विभाग के कर्मचारियों की मिलीभगत से बड़ी तादाद में पेड़ों की अवैध कटाई की जा रही है. वहीं जब इस मामले की शिकायत जबलपुर के डीएफओ से की गई तो उनका कहना है कि वो जल्द ही इस पूरे मामले की जांच करेंगे.अगर कोई अधिकारी कर्मचारी मामले में दोषी पाया गया तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

कुंडम इलाके में पेड़ों की अवैध कटाई

कुंडम के पास कूद वारी पनपतपुर का जंगल है. इस जंगल की देखरेख का जिम्मा कुंडम रेंज के पास है क्योंकि ये रेंज जबलपुर से लगभग 50 किलोमीटर दूरी पर है. इसलिए ज्यादातर अधिकारी यहां नहीं पहुंच पाते और ये पूरा इलाका दुर्गम भी है. इसी का फायदा उठाकर लकड़ी माफिया यहां से सागौन की पेड़ों की चोरी करते हैं.

बता दें कि पहले ये पेड़ इक्का-दुक्का काटे जाते थे. लेकिन बीते 2 महीने से पेड़ों की कटाई बहुत तेजी से हो रही है. स्थानीय लोगों का कहना है कि वो इस मामले की शिकायत करने से डरते हैं. अगर उनका नाम सामने आ गया तो न सिर्फ माफिया बल्कि वन विभाग के अधिकारी भी उन्हें परेशान करते हैं.

Intro:जबलपुर के कुंडम इलाके में पेड़ों की अवैध कटाई बड़ी तादाद में हो रही है सागौन के पेड़ों की चोरी लकड़ी माफिया के साथ मिले-जुले हैं अधिकारी कर्मचारी स्थानीय लोगों में दहशतBody:जबलपुर के कुंडम इलाके में वन विभाग के कर्मचारियों की मिलीभगत से बड़ी तादाद में पेड़ों की अवैध कटाई की जा रही है कुंडम के पास कूद वारी पनपतपुर का जंगल है इस जंगल की देखरेख का जिम्मा कुंडम रेंज के पास है क्योंकि यह रेंज जबलपुर से लगभग 50 किलोमीटर दूरी पर है इसलिए ज्यादातर अधिकारी यहां नहीं पहुंच पाते और यह पूरा इलाका दुर्गम भी है इसी का फायदा उठाकर लकड़ी माफिया यहां से सागौन की पेड़ों की चोरी करता है पहले यह पेड़ इक्का-दुक्का काटे जाते थे लेकिन बीते 2 महीने से पेड़ों की कटाई बहुत तेजी से हो रही है स्थानीय लोगों का कहना है कि वह इस मामले की शिकायत करने से डरते हैं यदि उनका नाम सामने आ गया तो न सिर्फ माफिया बल्कि वन विभाग के अधिकारी भी उन्हें परेशान करते हैं इसलिए सागौन की कटाई का यह काम बेरोकटोक चल रहा है
हमने इस मामले की शिकायत जबलपुर के डीएफओ को की है उनका कहना है कि वे जल्द ही इस पूरे मामले की जांच करेंगे और जो भी अधिकारी कर्मचारी इस मामले में दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्यवाही की जाएगीConclusion:सागौन की चोरी बहुत सरल है और इसका बाजार बहुत बड़ा है सागौन अच्छी कीमत में बाजार में बिक जाता है इसलिए माफिया ऐसे मौके की तलाश में रहता है कि अधिकारी उसका साथ दे दे और कुंडम इलाके में अधिकारी कर्मचारी मिलकर जंगल की कटाई करवा रहे अब देखना है कि शिकायत के बाद अधिकारी क्या कार्यवाही करते हैं बाइट रविंद्र मणि त्रिपाठी डीएफओ जबलपुर
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