जबलपुर। एक तरफ जहां कोरोना संक्रमण से लड़ाई में हर कोई अपने स्तर से मदद के लिए आगे आ रहा है. वहीं दूसरी तरफ मध्यप्रदेश पुलिस भी अपने स्तर से इस कोरोना काल में मदद करने में पीछे नहीं है. जबलपुर में पदस्थ दो पुलिस अधिकारियों ने अपने-अपने स्तर पर कोरोना काल के कठिन समय में मदद करने का काम किया है.
दरअसल जिले के गोहलपुर सीएसपी अखिलेश गौर ने मुख्यमंत्री राहत कोष में अपने एक माह का वेतन देने का फैसला किया है. तो वहीं जिल के ओमती थाने के थाना प्रभारी एसपी बघेल ने कोरोना काल में एक लाख रुपए की दवाइयां जबलपुर पुलिस को देने का फैसला किया है. इन दोनों पुलिस अधिकारियों के नेक काम को प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह ने सराहा है. उन्होंने ट्वीट करके इनकी फैसले की तारीफ और हौसला अफजाई की है.
- सीएम राहत कोष में दिया 1 माह का वेतन
जबलपुर सीएसपी का कहना है कि कोरोना संक्रमण से पूरा देश-मध्यप्रदेश जूझ रहा है. कोरोना संक्रमण के बचाव के शासन-प्रशासन द्वारा हर स्तर पर बहुत प्रयास किए जा रहे हैं. इसी प्रयास का छोटा सा हिस्सा बनना वो बनना चाहते हैं. अखिलेश गौर नगर पुलिस अधीक्षक, गोहलपुर ने अपने 1 माह का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा करने का निर्णय लिया है, ताकि इसका उपयोग इस महामारी में लड़ने उपयोग किया जा सके.
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- जीवन रक्षक दवाइयां देने का फैसला
जबलपुर के ही ओमती थाने में पदस्थ एस.पी.एस बघेल जो कि हाल ही में कोरोना से जंग जीतकर फिर से ड्यूटी पर वापस आ गए हैं, उन्होंने भी एक लाख रुपए की दवाइयां जबलपुर पुलिस अस्पताल को भेंट की है. थाना प्रभारी एस पी एस बघेल का मानना है कि सरकार उन्हें ड्यूटी के दौरान पर्याप्त वेतन दे रही है पर कुछ पुलिसकर्मी ऐसे भी हैं जो कि इस कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गए और फिर उनके पास दवाइयों की कमी आ गई, ऐसे में अब यह दवाइयां उनके लिए जीवन रक्षक साबित होगी.
- सीएम शिवराज सिंह चौहान ने की तारीफ
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने जबलपुर के दोनों पुलिस अधिकारियों की जमकर तारीफ की है, जैसे ही सीएम को पता चला कि जबलपुर में पदस्थ सीएसपी अखिलेश गौर और थाना प्रभारी एस.पी.एस बघेल ने कोरोना काल में मदद के लिए आगे आए हैं, तो सीएम ने ट्वीट कर धन्यवाद दिया है.