जबलपुर। शहर में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) की विभिन्न शाखाओं में गोल्ड लोन में धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. बता दें SBI विजय नगर के क्षेत्रीय प्रबंधक ने शिकायत दर्ज कराई है कि शहर के नामचीन ज्वलेर्स रूपाली एसेयर्स एण्ड हॉलमार्क द्वारा गहनों की शुद्धता के लिए जो प्रमाण पत्र दिए गए हैं, उसमें गहनों को शुद्धता के गलत आंकड़े बताए गए हैं.
ओमती थाना प्रभारी एसपीएस बघेल ने बताया कि वरिष्ठ अधिकारियों को क्षेत्रीय प्रबंधक SBI विजय नगर ने लिखित शिकायत की है कि हमारे क्षेत्रांतर्गत आने वाली विभिन्न शाखाओं में ग्राहकों को स्वर्ण आभूषणों पर ऋण स्वीकृत किए गए थे. गोल्ड लोन स्वीकृति के समय संबंधित ग्राहकों ने बैंक में प्रमाणित किया था कि जो स्वर्ण आभूषण हैं, वे स्वयं उन्हीं के हैं. इसके अलावा अधिकृत ज्वेलर्स रूपाली एसेयर्स एण्ड हालमार्क जबलपुर से उनकी शुद्धता के लिए प्रमाण पत्र भी लिए गए थे. गोल्ड लोन खातों में नियमित किस्तों की अदायगी नहीं होने के कारण खाते एनपीए हो गए. इस संबंध में शाखाओं ने ऋणियों को कई बार नोटिस भी दिए लेकिन ऋणियों ने बैंक में कोई भी राशि जमा नहीं की. जिसके बाद इन सभी गहनों को नीलाम करने के लिए उनका फ्रेश वैल्यूएशन कराया गया, जो कि प्रमाण पत्र में बताई गई शुद्धता से बहुत कम निकली.
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बता दें, शिकायत जांच में पाया गया है कि लोन हितग्राहियों ने भारतीय स्टेट बैंक की क्षेत्रीय ब्रांच गोरखपुर, गढ़ा, आधारताल, जबलपुर सिटी, केयू मंड़ी, कंटगा, मढ़ाताल ओमती, मिलोनीगंज, शक्ति नगर, जवाहरगंज बैंक में सोना बंधक रखा गया है. उन सभी को रूपाली एसेयर्स एंड हॉलमार्क से मूल्यांकित कराया गया है. 59 लोन खाते ऐसे हैं, जिनमें कम मूल्य का गोल्ड बंधक रखकर लोन प्राप्त किया गया है, जो यह दर्शाता है कि उक्त अपराध संगठित प्रकृति का अपराध है.
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जानकारी के मुताबिक बैकों में दिनांक 01 नवंबर 2011 से 03 अक्टूबर 2014 के बीच करीब 24 लोगों द्वारा एक करोड़ चार लाख 69 हजार रुपए की धोखाधड़ी की गई है.