जबलपुल। पूरे देश में इस समय गणेश उत्सव की धूम है. जगह-जगह गणेश प्रतिमाएं बैठाई गई है, लेकिन इसी बीच संस्कारधानी जबलपुर में निजी अस्पताल में रखी गई गणेश प्रतिमा लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई है. जिसे देखने के लिए दूर-दूर से भक्त पहुंच रहे हैं. दरअसल देश में चल रही वन नेशन वन इलेक्शन की बहस के बीच जबलपुर में भगवान श्री गणेश की प्रतिमा को मुख्य चुनाव आयुक्त के रूप में दिखाया गया है.
आकर्षण का केंद्र बनी गणेश प्रतिमा: मुख्य चुनाव आयुक्त के रूप में स्थापित भगवान श्री गणेश के प्रतिमा आकर्षण का केंद्र बनी हुई है. यहां स्थापित भगवान गणेश को मुख्य चुनाव आयुक्त के तौर पर दिखाने की कोशिश की गई है. इस गणेश प्रतिमा के जरिए देश में वन नेशन वन इलेक्शन की मांग का समर्थन किया जा रहा है. जबलपुर के एक निजी अस्पताल के परिसर में स्थापित गणेश प्रतिमा के एक हाथ में संविधान की किताब दर्शाई गई है, तो दूसरे हाथ में ईवीएम मशीन रखी गई है. इसके अलावा भगवान गणेश के तीसरे हाथ में कमल का पुष्प नजर आ रहा है, तो चौथे हाथ में गैवेल यानी न्यायाधीश का हथोड़ा रखा गया है. भगवान गणेश की इस प्रतिमा के जरिए वन नेशन वन इलेक्शन की मांग का समर्थन करने के साथ ही बैनर के जरिए इसके फायदे भी बताए गए हैं.
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मुख्य चुनाव आयुक्त गणेश को लगा बोर्ड: गणेश चतुर्थी के मौके पर संस्कारधानी में जगह-जगह प्रतिमाओं की स्थापना की जाती है. इस दौरान जबलपुर के एक निजी अस्पताल के बाहर इस प्रतिमा की स्थापना की गई है. जिसमें भगवान गणेश को मुख्य चुनाव आयुक्त की भूमिका में दिखाया गया है. पंडाल के बाहर भी बाकायदा मुख्य चुनाव आयुक्त गणेश का बोर्ड भी लगाया गया है. गणेश उत्सव के मौके पर मुख्य चुनाव आयुक्त के तौर पर भगवान गणेश को दर्शाती इस प्रतिमा को देखने बड़ी तादाद में लोगों की भीड़ भी जुट रही है. प्रतिमा के समक्ष ही बैनर में वन नेशन वन इलेक्शन के फायदे भी लिखे गए हैं. जिसमें राजनीतिक स्थिरता, वित्तीय महत्व, समय की बचत, सरकार के कार्यकाल में स्थिरता, वोटर की भागीदारी, प्रशासनिक सुगमता, राजनीतिक गतिविधियों में वृद्धि और सरकारी व्यय की कमी को साफ तौर पर दिखाया गया है.