जबलपुर। तिलवारा इलाके में पकड़े गए फर्जी कलेक्टर राहुल गिरी गोस्वामी से पूछताछ में पता चला है कि उसने नौकरी लगाने के नाम पर एक शख्स से 40,000 की ठगी की है. वह अलीशान गाड़ियों में घूमने का शौकीन है. राहुल गिरी गोस्वामी ने अपनी पोस्टिंग की पार्टी दी थी. इसी के बाद राहुल का भांडा फूट गया. राहुल गिरी के मोबाइल से कई एडिटेड फोटो मिली है, जिसमें गृह मंत्री अमित शाह के साथ उसकी फोटो और नरसिंहपुर कलेक्टर की फोटो चर्चा में है. राहुल से पूछताछ जारी है.
फर्जी कलेक्टर ने 40 हजार ठगे: जबलपुर की तिलवारा पुलिस ने राहुल गिरी गोस्वामी नाम के फर्जी कलेक्टर को मंगलवार को हिरासत में लिया था. उसके खिलाफ एक शख्स ने शिकायत की है कि वह राहुल गिरी की बातों में फंस गया था और उसने राहुल गिरी से अपनी नौकरी लगवाने की बात कही थी. इस पर राहुल गिरी गोस्वामी ने उससे 40 हजार रुपये लिये थे.
पोस्टिंग की पार्टी: राहुल गिरी गोस्वामी पेशे से लैब टेक्नीशियन है, लेकिन उसके मन में आईएएस बनने की ख्वाहिश थी और इसके लिए उसने बाकायदा पूरी तैयारी की. पहले खुद की फोटो एडिट कर लोगों को दिखाया. जब लोग इस बात पर भरोसा करने लगे कि वह एक आईएएस है तो उसने लोगों को बताया कि उसका यूपीएससी में सिलेक्शन हुआ है और उसे नरसिंहपुर का पदभार मिला है. जल्दी ही वह नरसिंहपुर का कलेक्टर बन जाएगा इसलिए उसने एक पार्टी रखी है, जिसमें आसपास के लोगों को आमंत्रित किया था. जब तिलवाड़ा पुलिस को इस बात की जानकारी लगी कि उनके क्षेत्र में एक लड़का यूपीएससी में सिलेक्ट हुआ है. उसे नरसिंहपुर का कलेक्टर बनाया गया है तो उसके घर पुलिस भी चली गई. पुलिस इस बात की तस्दीक करने गई थी की जो दावा राहुल गिरी गोस्वामी कर रहा है वह सही है या नहीं. लेकिन इसी दौरान राहुल घबरा गया और उसने अपनी कारस्तानी पुलिस को बता दी.
नरसिंहपुर के तहसीलदार ने की रिपोर्ट: जबलपुर की तिलवारा पुलिस ने राहुल गिरी की पोस्टिंग को लेकर नरसिंहपुर में पड़ताल की. नरसिंहपुर के एक तहसीलदार ने बताया कि "राहुल गिरी का दावा झूठा है और ऐसी कोई पोस्टिंग फिलहाल नहीं हुई है. राहुल के पास मोबाइल में मिली फर्जी फोटो के आधार पर राहुल गिरी गोस्वामी के खिलाफ कई धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर दिया गया है. इसकी शिकायत को तहसीलदार की ओर से की गई है. फिलहाल इस नकली कलेक्टर के बारे में गोंदिया से भी जानकारी ली जा रही है. उसके परिवार के लोगों को भी जबलपुर बुलाया गया है. पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि कहीं राहुल गिरी कोई बड़ा षड्यंत्र तो नहीं कर रहा था या इसमें किसी और को तो नहीं ठगा था.