जबलपुर। संस्कारधानी के नाम से मशहूर महाकौशल के केंद्र जबलपुर में कोरोना के कारण लगे लॉडाउन ने भले ही अर्थव्यवस्था को कुछ हद तक प्रभावित किया हो, लेकिन लॉकडाउन के दौराेन महिला अपराधों में खासा कमी आई लाई है. बीते साल के मुकाबले इस साल महिला संबंधी अपराधों में गिरावट देखी गई है. हलांकि इस दौर में हत्या, हत्या का प्रयास, मारपीट की घटनाएं जरूर बड़ी है.
महिला संबंधित अपराधों में कमी को लेकर जबलपुर एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा का कहना है कि कोरोना काल में पुलिस का अलर्ट रहना और महिलाओं का घर पर ही रहना अपराधों के कम होने की बड़ी वजह है. इधर आल इंडिया वूमन कॉन्फेंस की पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष गीता शरद तिवारी का कहना है कि निश्चित रूप से कोरोना काल में महिलाओं के साथ होने वाले अपराधों में गिरावट जरूर आई है. उसकी वजह है कि लॉकडाउन के समय उनका घर से न निकलना है. गीता शरद तिवारी का यह भी कहना है कि इन दौरान घरेलू हिंसा की जरूर कुछ महिलाएं शिकार हुई हैं जिस पर कि शासन प्रशासन को गौर करना चाहिए.
महिला अपराध हुए कम लेकिन बढ़े कुछ अपराध
कोरोना वायरस में महिला संबंधित अपराधों में कमी आई है. इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पिछले साल के मुकाबले दुष्कर्म, छेड़छाड़, अपहरण, दहेज हत्या की घटनाओं में इस साल काफी कमी आई है. हालांकि हत्या, हत्या का प्रयास, मारपीट की घटनाएं जरूर बड़ी है.
2019 और 2020 के जनवरी से अगस्त में महिलाओं पर घटित अपराधों की तुलना करें, तो महिलाओं पर घटित अपराधों में करीब 15 फ़ीसदी की कमी आई है.
दर्ज अपराध | 2019 | 2020 |
हत्या | 09 | 09 |
हत्या का प्रयास | 02 | 05 |
साधारण मारपीट | 240 | 299 |
गंभीर मारपीट | 07 | 13 |
छेड़छाड़ | 234 | 199 |
अपहरण | 297 | 193 |
दुष्कर्म | 127 | 126 |
आत्महत्या | 17 | 16 |
दहेज हत्या | 18 | 10 |
घरेलू हिंसा | 127 | 109 |
लूट | 15 | 02 |
बहरहाल इन आंकड़ों को देखकर कहा जा सकता है कि कोरोना कला में महिला संबंधित अपराधों में काफी हद तक गिरावट आई है. इन आकड़ो को देखकर आज महिलाए भी सोच रही होंगी की काश अगर महिलाओं के साथ होने वाले अपराधों में इस तरह की गिरावट हमेशा ही रहे तो निश्चित रूप से महिला संबंधी अपराधों में ना सिर्फ कमी आएगी बल्कि घरों से बाहर निकलने में भी वह अपने आप को सुरक्षित महसूस करेंगी.