इंदौर। इंदौर नगर निगम में परिषद सम्मेलन को लेकर एक बार फिर से कवायद शुरू हो गई है, हालांकि इस बार भी विपक्ष नगर निगम में परिषद सम्मेलन देरी से होने पर महापौर और उनकी कार्यप्रणाली को घेरने की रणनीति बना रहा है, लेकिन बजट सम्मेलन में हुए विवाद के बाद परिषद सम्मेलन पहली बार पुलिस के साए में आयोजित किया जाएगी. इसके लिए इंदौर सभापति ने निगमायुक्त और अन्य अधिकारियों को सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करने के निर्देश दिये गए हैं.
इंदौर नगर निगम में परिषद सम्मेलन को लेकर महापौर और नेता प्रतिपक्ष में लगातार विवाद देखने को मिला है. यही कारण है कि निगम के परिषद सम्मेलन को आयोजित कराने के लिए विपक्ष के द्वारा कोर्ट का सहारा लिया गया. इस बार भी निगम का परिषद सम्मेलन समय से आयोजित कराए जाने की विपक्ष लगातार मांग उठा रहा था, लेकिन इसके बावजूद निगम परिषद सम्मेलन महापौर के स्वास्थ्य कारणों के चलते समय से आयोजित नहीं हो पाया. लिहाजा आगामी तीन अक्टूबर को निगम का परिषद सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है.
तीन अक्टूबर को होने वाले इस परिषद सम्मेलन में शहर और समाज से जुड़े 13 विषयों पर चर्चा की जाएगी. जिसमें शहर को सिंगल प्लास्टिक के इस्तेमाल से मुक्त कराने, मेन रोड की सड़कों को व्यवस्थित करने, समितियों के अनुदान राशि सहित पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की प्रतिमा स्थापित करने और वाटर हार्वेस्टिंग को बढ़ावा देने जैसे विषय चर्चा के लिए रखे जाएंगे.
नगर निगम के परिषद सम्मेलन को लेकर बीजेपी और कांग्रेस सहित निर्दलीय पार्षदों ने भी खास तैयारियां की हैं, इस साल नगरीय निकाय चुनाव भी होना है. ऐसे में निगम परिषद सम्मेलन पर सभी की निगाहें टिकी है.