भोपाल। कांग्रेस के घोषणा पत्र में बजरंग दल पर बैन को लेकर उठा बवाल एमपी में बजरंग बली का असल भक्त कौन इस नए सवाल के साथ आगे बढ़ रहा है. बजरंग दल पर बैन को बजरंग बली का अपमान बीजेपी ने बताया था, लेकिन अब कांग्रेस की ओर से सूची जारी की जा रही है कि कितने मौकों पर बीजेपी की ही सरकार में बजरंग बली का अपमान हुआ. जहां राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने एक फोटो डालते हुए बीजेपी की बजरंगबली की भक्ती पर तंज कसा है.
बीजेपी राज में कब-कब हुआ बजरंगबली अपमान: प्रदेश में बजरंग बली के मंदिरों को प्रशासन से मिले नोटिस से लेकर रतलाम में हनुमान जी के कटआउट के साथ हुई बॉडी बिल्डिंग की चैम्पियनशिप तक कांग्रेस ने फेहरिस्त तैयार कर ली है कि बीजेपी सरकार में कितनी बार बजरंगबली का अपमान हुआ. कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा गिनाते हैं कि किस तरह से खुद को हिंदुवादी कहने वाली सरकार में ही मुरैना जिले के सबलगढ़ हनुमान मंदिर को तोड़ने का नोटिस दिया गया. इसी तरह से इंदौर के हनुमान मंदिर को आयकर विभाग का नोटिस थमाया गया.
दिग्विजय सिंह ने कसा तंज: इस सूची में रतलाम में हुई बॉडी बिल्डिंग चैम्पियनशिप को भी कांग्रेस ने मुद्दा बनाया है और आरोप लगाया है कि आज चुनाव हारते में बजरंगबली की याद आ रही है, लेकिन जब भगवान के सामने अश्लीलता परोसी जा रही थी तब अपमान करने वालों को बीजेपी ने संरक्षण दिया था. आज तक उन पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं हुई. कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर कहा है कि सीएम शिवराज और गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा को अपना पुलिस रिकार्ड देख लेना चाहिए. दंगा कराने वाले वसूली करने वाले दादागिरी करने वाले और पुलिस के साथ मारपीट करने वालों में कितने बजरंग दल के लोग हैं.
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एमपी में बजरंग बली पर सियासत: कर्नाटक में कांग्रेस के मेनिफेस्टो में बजरंग दल पर बैन का जो मुद्दा उठा वो चुनाव की देहरी पर खड़ी एमपी बीजेपी के लिए हाथ आए मजबूत मुद्दे की तरह था. बीजेपी ने उसे लपकने में देर भी नहीं लगाई और बजरंग दल को बजरंग बली के सम्मान से जोड़ दिया. प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा ने तो यहां तक आरोप लगाया कि राम के अस्ततित्व पर सवाल उठाने वाले कांग्रेसी अब हनुमान का अपमान कर रहे हैं.