जबलपुर। नए शिक्षण सत्र की शुरुआत के साथ ही निजी स्कूलों और कॉपी- किताब विक्रेताओं ने जमकर चांदी काटना शुरू कर दिया है. इधर दूसरी तरफ जिला प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है. अब प्रशासन काफी समय बीत जाने के बाद आनन-फानन में कमेटी बनाकर निजी स्कूलों में जांच कराने की बात कह रहा है.
नए शिक्षण सत्र को लेकर स्कूल शिक्षा विभाग के आदेश के मुताबिक सिर्फ एनसीईआरटी पुस्तक का इस्तेमाल करना था, लेकिन निजी बुक पब्लिशर से सांठगांठ कर पुस्तक विक्रेता महंगी किताबें बेच रहे हैं. मामले में अब आम नागरिक मित्र फाउंडेशन ने जिला प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं. मंच के अध्यक्ष डॉ पीजी नाज पांडे के मुताबिक नए शिक्षण सत्र शुरू हो जाने के बाद जांच समिति बनी है जो सदस्य समिति में हैं उनकी साठगांठ निजी स्कूलों से हैं.
इधर इस पूरे मामले को जबलपुर कलेक्टर ने गंभीरता से लिया है और अभिभावकों को आश्वासन देते हुए कहा है कि जो भी पुस्तक विक्रेता नियमों के विपरीत जाकर महंगी महंगी किताबें भेजेगा उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.