जबलपुर। बसपा विधायक रामबाई ने जैसे ही CAA के समर्थन में बयान दिया वैसे ही उनके सामने मुश्किलों ने डेरा जमा लिया. पहले जहां बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने रामबाई को पार्टी से निष्कासित कर दिया और पार्टी के कार्यक्रमों में आने पर पाबंदी लगा दी थी. और अब कैबिनेट मंत्री लखन घनघोरिया ने रामबाई के बौद्धिक स्तर पर सवाल खड़े कर दिए हैं.
बीते दिनों पथरिया से बसपा विधायक रामबाई ने CAA के समर्थन में बयान दिया था. रामबाई ने कहा था कि प्रदेश के मुखिया भी अंदरूनी तौर पर CAA का समर्थन करते हैं. लेकिन कांग्रेस के दबाव में उन्हें विरोध दर्ज करना पड़ रहा है. इस बात पर मंत्री घनघोरिया ने कहा कि सीएम कमलनाथ किसी के दबाव में नहीं है. क्योंकि देश के अंदर वे पहले ऐसे नेता थे जिन्होंने CAA और NRC का विरोध किया. यहां तक की उन्होंने सबसे पहले इसे मध्य प्रदेश में लागू न करने की बात भी कही थी.
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फिलहाल राम बाई के CAA और NRC समर्थन भरे विचारों के बाद भाजपा के नेता इसका समर्थन कर रहे हैं. तो वहीं अंदरूनी तौर पर प्रदेश सरकार के अंदर इसको लेकर नाराजगी भी बाहर आने लगी है.